नई दिल्ली। आज यानी 11 मार्च को, Google दुनिया भर में फ्लैट व्हाइट के आने का जश्न मना रहा हैं। जिसके लिए Google ने खासतौर से फ्लैट व्हाइट डूडल भी बनाया है। फ्लैट व्हाइट कॉफी एक एक्सप्रेसो बेस्ड ड्रिंक है, जिसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुई थी। फ्लैट व्हाइट कॉफी पर गूगल का यह डूडल भारत समेत कई देशों में दिख रहा है।
Flat White Coffee का क्यों बना Google Doodle?
किसी ऐतिहासिक दिन या किसी महान व्यक्ति के जन्मदिवस/पुण्यतिथि की याद में गूगल डूगल बनाया जाता है। 11 मार्च को ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी में फ्लैट व्हाइट को शामिल किए जाने के 13 साल पूरे हो गए हैं। इसी वजह है कि गूगल इस डूडल के जरिए पॉपुलर एस्प्रेसो बेस्ड इस कॉफी बेवरेज का जश्न मना रहा है।
क्या है आया फ्लैट व्हाइट?
कई लोगों का मानना है कि फ्लैट व्हाइट पहली बार 1980 के दशक के दौरान ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में बनाया गया था और उसी समय ये ड्रिंक सिडनी और ऑकलैंड के मेनू में भी शामिल हुआ।
उस दौरान फ्लैट व्हाइट एस्प्रेसो शॉट से बना होता था। जिसके ऊपर उबले हुए दूध की पतली परत डाली जाती थी। 1980 के बाद ये कॉफी दुनियाभर में पॉपुलर हो गई है और बहुत पसंद भी की जाती है।
क्या होती है फ्लैट व्हाइट कॉफी?
फ्लैट व्हाइट कॉफी एक सफेद एस्प्रेसो शॉट से बनाई जाती है। इसके ऊपर उबले हुए दूध और माइक्रो-फोम की एक पतली परत होती है। इस कॉफी को खासतौर से सिरेमिक के कप में सर्व किया जाता है। जिन लोगों को बहुत झाग वाली कॉफी नहीं पसंद उनके लिए फ्लैट व्हाइट का ऑप्शन है बेस्ट। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के कैफे में ये बहुत ही पॉपुलर ड्रिंक है।
क्या होता है गूगल डूडल?
गूगल के होम पेज पर एक टूल है जिसका इस्तेमाल अक्सर दुनियाभर के जरूरी मुद्दों, ऐतिहासिक घटनाओं को उजागर करने के लिए किया जाता है। गूगल सर्च का यह मेन पेज विश्व में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले वेब पेजेस में से एक है। सर्च बॉक्स के ठीक ऊपर, Google का लोगो होता है। जिसमें कई तरह के एनीमेशन और दूसरी क्रिएटिविटी के जरिए ऐतिहासिक घटनाओं और महान हस्तियों को याद किया जाता है।