किसी ने क्या खूब कहा है ,,आयो रे तीज आयो, मन में उमंग और दिल में तरंग लायो

तीज का पर्व करीब पूरे भारत में मनाया जाता है। चाहे विभिन्न राज्यों में इसे अलग-अलग नाम से भले जाना जाता हो, लेकिन इसका मूल उद्देश्य समान है। महिलाओं के अनुसार यह त्योहार खासतौर पर उन नई नवेली दुल्हनों के लिए है, जिन्हें अक्सर घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होती थी। सालों पहले, महिलाएं पीपल और बरगद के पेड़ के नीचे इकट्ठा होकर गाना-बजाना करतीं और अपने खुशियों को एक दुसरे के साथ साझा करती थी लेकिन वक़्त बदला, हालत बदले, नजरिया बदला और देख ही देखते बहुत कुछ बदल गया।

आज बहुत ही ख़ुशी का दिन है जी हाँ आपने तीज शब्द तो सुना ही होगा ये महज़ एक शब्द है लेकिन अर्थ बहुत बड़ा है सावन शुरू होने के साथ ही सुहागिन महिलाओं का त्योहार भी शुरू हो जाता है।हर साल सावन के माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। इस मौके पर महिलाएं सोलह श्रृंगार के साथ तैयार होती हैं। हरे रंग के कपड़ों के साथ हाथों पर मेहंदी और हरे रंग की चूड़ियां पहनती हैं।

हरियाली तीज का त्योहार सावन के बड़े और पवित्र त्योहारों में से एक है। इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु, घर की खुशहाली, संतान सुख के लिए व्रत रखकर शिव-पार्वती की पूजा करती है चारो तरफ ख़ुशी ही ख़ुशी नज़र आ रही है ये नज़ारा है जैन महिला मंडल डालीगंज की ओर से हजरतगंज मोती महल में आज 7 अगस्त को हरियाली तीज का आयोजन उमंग के साथ बहुत ही शानदार तरीके से किया गया।

इस ख़ास नज़ारे पर हरे और रानी रंग के परिधानों और ढोलक की थाप पर महिलाओं ने राजस्थानी नृत्य करके सबको मत्रमुघ्त कर दिया साथ ही कई तरह के गेमों को खेल कर महिलाओं ने खूब एन्जॉय किया सभी ने हरियाली तीज की एक दूसरे को ढेर सारी शुभकामनाएं भी दी इस ख़ास अवसर पर अंजू जैन सुशीला जैन मीनू जैन मीना जैन स्मृति जैन वीणा जैन राज जैन रूबी जैन और अभिलाषा जैन ने राजस्थानी नृत्य करके सबको आनंद में कर दिया और डालीगंज के सभी महिलाओं ने सामूहिक नृत्य और मनोरंजन किया।

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