आपने कभी ना कभी स्पेस प्लेन का नाम जरूर सुना होगा. लेकिन ये हाल ही में फिर चर्चा में हैं वजह है कि एक यान स्पेस में सक्रिय हुआ है और दुनिया की निगाहें एक बार फिर इस पर हैं क्या ये प्लेन बहुत ही अनोखे होते हैं या फिर किसी गोपनीयता की वजह से इनका बार बार जिक्र होता है यह स्पेस प्लेन कोई और नहीं बल्कि एक्स-37बी ऑर्बिटल टेस्ट व्हीकल है
यह अमेरिकी स्पेस फोर्स से संचालित एक प्रायोगिक स्पेस प्लेन है इसकी बहुत सी खूबियां गिनाई जाती हैं, लेकिन यह आखिर करता क्या है, इसके मकसद क्या है, इसका जिक्र नहीं किया जाता है हाल ही में यह प्लेन स्पेस में चर्चा में हैं
इन दिनों क्यों चर्चा में है यह प्लेन
अति गोपनीय कहा जाने वाला यह स्पेस प्लेन अंतरिक्ष में पृथ्वी की कक्षा में कई तरह की इनोवेटिव फ्लाइट्स की कवायदें करने जा रहा है. अमेरिकी सरकार इस प्लेन और इसके कार्यों को “हाइली क्लासिफाइड” यानि अति गोपनीय कह कर इससे अधिक कुछ भी नहीं बताती है लेकिन कई एक्स्पर्ट्स ने इसका जिक्र किया है और बताया है कि यह क्या क्या कर सकता है
क्या क्या करेगा ये?
अमेरिकी स्पेस फोर्स ने बताया है कि यह यान एरोब्रेकिन की कवायद करने जा रहा है इससे वह अपनी कक्षा यानी पृथ्वी का चक्कर लगाने वाले अपने घेरे को बेहतर करेगा इससे वह खुद को एक खास सर्विस मॉड्यूल को छोड़ने के लिए तैयार करेगा, जो मॉड्यूल अंतरिक्ष के मलबे का प्रबंधन कर सकेगा. X-37B की यह फ्लाइट 28 दिसंबर, 2023 से, यूएस स्पेस फोर्स, एयर फोर्स रैपिड कैपेबिलिटीज ऑफिस की मदद से, अत्यधिक अण्डाकार कक्षा में रहते हुए विकिरण प्रभाव अध्ययन और स्पेस डोमेन अवेयरनेस तकनीकों का परीक्षण कर रहा है
क्या है ये X-37B
अमूमन विमान स्पेस में सफर नहीं कर सकते हैं. लेकिन स्पेस प्लेन अंतरिक्ष यान और विमान का मिलाजुला रूप है. इनकी सबसे बड़ी खासियत इनका स्पेस में जाकर वायुमंडल में लौटना और फिर वहां वापस जाना होती है जबकि ये विमान की तरह ही धरती पर लैंडिंग भी कर सकते हैं अभी तक दुनिया में केवल चार ही प्रकार के स्पेस प्लेन सफलतापूर्व कक्षा में पहुंचाए जा चुके हैं इनमें से दो अमेरिका है और X-37B सबसे आधुनिक और उन्नत है
क्या है ये एरोब्रेकिंग
एरोब्रेकिंग में यान कई बार पृथ्वी के वायुमंडल में आता है और स्पेस में वापस जाता है इसके लिए वह अपना ईंधन बचाते हुए अपनी कक्षा को बदलता है एक बार यह कवायद पूरी हो गई तो X-37B अपने प्रयोगों और परीक्षण को जारी रखेगा
पहली बार होने जा रही है अनूठी कवायद
अपने मकसदों यानी तमाम प्रयोगों और परीक्षणों को पूरा करने के बाद यान अपनी कक्षा से निकल कर पृथ्वी पर वापस आ जाएगा एयर फोर्स सचिव फ्रैंक केंडल का कहना है कि यह नई और कारगर कवायदें बताती हैं कि स्पेस स्पेस में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अपने मिशन को पूरा करने के लिए कितना प्रतिबद्ध है खास बात ये है कि यह पहली बार है जब X-37B डायनामिक एरोब्रेकिंग कवायद करेगा
क्यों जी जाती है इसे इतनी तरजीह
स्पेस प्लेन स्पेस और वायुमंडल में आ जा सकते हैं. इस वजह से खास तरह के टोही विमान बन जाते हैं इसीलिए दुनिया का जो भी देश इसका इस्तेमाल करता है उसे गोपनीय रखता है. इसका उपयोग केवल जमीन पर निगरानी के लिए ही नहीं होता है यह कई तरह के स्पेस परीक्षण और प्रयोगों के लिए मुफीद रहता है इस तरह के विमान युद्ध में विशेष तौर पर उपयोगी होते हैं
स्पेस प्लेन की काबिलियतें उम्मीद के कहीं ज्यादा होती हैं ये स्पेस सैटेलाइट की रक्षा करने के लिए शत्रु उपग्रह को रोक सकते हैं. यानी इन्हें इस तरह की भविष्य की उन्नत तकनीक से लैस किया जा सकता है स्पेस डिफेंस में इनकी संभावनाएं बहुत ही अधिक मानी जाती है, विशेषज्ञ इसे एक खुला क्षेत्र मानते हैं