प्रशांत किशोर को जमानत, क्या होगा जन सुराज का अगला कदम?

पहले पटना पुलिस की गिरफ्तारी और फिर सिविल कोर्ट से जमानत… बीपीएससी परीक्षा रद्द को लेकर अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर अब आगे क्या करेंगे, इसकी चर्चा जोरों पर है. दरअसल, सोमवार तड़के सुबह 4 बजे पटना पुलिस ने गांधी मैदान से पीके को गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के 8 घंटे बाद ही पीके को सिविल कोर्ट से जमानत मिल गई.

अनशन पर बैठे पीके ने कहा था कि जब वे पुलिस की गिरफ्त से छूटेंगे, तब फिर गांधी मैदान में आकर बैठ जाएंगे. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या पीके फिर गांधी मैदान में धरने पर बैठेंगे?

गांधी मैदान में पटना पुलिस की घेराबंदी
प्रशांत किशोर को अनशन पर से गिरफ्तार करने के बाद पटना पुलिस ने गांधी मैदान की घेराबंदी कर दी है. पटना के डीएम चंद्रशेखर का कहना है कि गांधी मैदान में धरना नहीं हो सकता है. पुलिस ने पीके को उठाने के बाद गांधी मैदान को पूरी तरीके से खाली करा लिया है.

चंद्रशेखर का कहना है कि धरना और प्रदर्शन के लिए गर्दनीबाग में परमिशन की जरूरत होती है. अवैध तरीके से प्रदर्शन करने पर पुलिस एक्शन लेगी.

जमानत मिलने के बाद अब क्या करेंगे पीके?
अब तक जो खबर मिल रही है, उसके मुताबिक प्रशांत किशोर ने अपना अनशन खत्म नहीं किया है. पुलिस को पीके का मेडिकल टेस्ट कराने के लिए भी काफी जद्दोजहद करना पड़ा है. कहा जा रहा है कि पुलिस की गिरफ्त से छूटने के बाद पीके अनशन को कंटीन्यू कर सकते हैं.

जन सुराज से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पीके अब गांधी मैदान की बजाय गर्दनीबाग जा सकते हैं. पीके यहीं से आगे की रणनीति तय करेंगे.

अनशन को कंटीन्यू रखने की एक बड़ी वजह छात्रों का लगातार मिलता जनसमर्थन है. जन सुराज से जुड़े लोगों का कहना है कि जब पीके 2 जनवरी को अनशन पर बैठे थे, तब उनके साथ गिने-चुने अभ्यर्थी ही थे, लेकिनअनशन के पांचवें दिन यह संख्या बढ़कर 100 से ज्यादा हो गई थी.

इतना ही नहीं, पटना के कई शिक्षक प्रशांत के समर्थन में खुलकर आ गए हैं. ऐसे में प्रशांत इस बड़े मुद्दे को आसानी से हाथ से नहीं जाने देना चाहते हैं.

बीपीएससी एग्जाम रद्द को लेकर याचिका
पीके की पार्टी जन सुराज 7 जनवरी को पटना हाई कोर्ट में बीपीएससी परीक्षा रद्द करने को लेकर याचिका भी दाखिल करेगी. अनशन के दौरान ही प्रशांत किशोर ने इसकी घोषणा की थी. पीके की पार्टी इसके लिए लगातार सबूत जुटा रही है.

पटना के कुछ सेंटर पर हुए री-एग्जाम का तर्क भी प्रशांत किशोर की पार्टी हाई कोर्ट में देगी. संगठन से जुड़े लोगों का कहना है कि दो प्रश्न पत्र की वजह से कट ऑफ और सिलेक्शन में अंतर आएगा.

वहीं पीके की टीम पटना में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज और उसके बाद एफआईआर को लेकर भी कोर्ट जाने की तैयारी में है.

सिंपैथी बटोरने की कोशिश, 4 करोड़ वोट पर नजर
चुनावी साल में प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी को जन सुराज पूरे तरीके से भुनाने की तैयारी में है. प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के जरिए जन सुराज सिंपैथी बटोरने की भी कोशिश में है.

प्रशांत किशोर के संगठन से जुड़े सोशल मीडिया हैंडल पर उनकी गिरफ्तारी को लेकर कई इमोशनल वीडियो शेयर किए गए हैं. साथ ही गिरफ्तारी को बड़ा दिखाने के लिए लालू परिवार की हालिया तस्वीरों के साथ भी वीडियो तैयार किया गया है.

अकेले बीपीएससी में 3 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए हैं, जो एक बड़ी संख्या है. साथ ही पीके डोमिसाइल नीति को भी मुद्दा बना रहे हैं. बिहार में 18-40 साल के युवाओं की संख्या करीब 4 करोड़ है, जो कुल संख्या का 40 फीसद है.

बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव प्रस्तावित हैं. पीके की जन सुराज ने सभी 243 सीटों पर अकेले लड़ने की घोषणा की है. पीके अकेले चुनावी रण में उतरकर पूरे मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कवायद में जुटे हैं.

बिहार में जहां एक तरफ नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए तो दूसरी तरफ तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन मैदान में हैं.

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