नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में उमस भरी गर्मी के बीच शनिवार को हुई झमाझम बारिश से मौसम एक बार फिर सुहाना हो गया है। दिल्ली और नोएडा समेत एनसीआर के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए हुए हैं। इससे पहले तड़के सुबह मौसम विभाग ने बारिश की चेतावनी जारी की थी।
मौसम विभाग ने शनिवार सुबह उत्तरी दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली, मध्य-दिल्ली, नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, एनसीआर (लोनी देहात, हिंडन एएफ स्टेशन, गाज़ियाबाद, इंदिरापुरम, छपरौला, नोएडा, दादरी, ग्रेटर नोएडा, फ़रीदाबाद, बल्लभगढ़) गन्नौर, सोनीपत, सोहना, पलवल, नूंह (हरियाणा) बड़ौत, बागपत, खेकड़ा, सिकंदराबाद, खुर्जा (यूपी)में हल्की आंधी और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई थी।
बारिश के पूर्वानुमान के बावजूद दिल्लीवासियों को शनिवार को अपेक्षाकृत शुष्क मौसम का सामना करना पड़ा और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से एक डिग्री कम है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी। दिन में आर्द्रता 63 से 67 प्रतिशत के बीच रही। शहर में न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का अनुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले पांच दिनों के दौरान गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। वहीं, अगले चार दिनों के दौरान तेलंगाना, मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भी भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने तटीय आंध्र प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है।
मौसम विभाग के अनुसार, देशभर के अधिकांश हिस्सों में आने वाले दो-तीन दिन झमाझम बारिश पड़ सकती हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में हो रही बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं। जिसकी वजह से कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
उत्तर प्रदेश में बारिश का कहर
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और उसके आसपास के इलाकों में अगले दो तीन दिन मूसलाधार बारिश पड़ सकती है। आईएमडी के अनुसार, यहां 15 जुलाई के बाद मानसून और जोड़ पकड़ेगा। मौसम विभाग ने शनिवार को कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती, बस्ती, कुशीनगर, बहराइच, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, देवरिया, गोंडा, बलरामपुर, गोरखपुर, संत कबीर नगर में भारी बारिश हो सकती है।
इसके अलावा, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, हापुड़, मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, रामपुर, बिजनौर, हाथरस, मथुरा, बुलंदशहर, अलीगढ़, आगरा, फिरोजाबाद और आसपास के इलाकों में भी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
पहाड़ों पर बारिश से हालात खराब
उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से जगह-जगह पर भूस्खलन और बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। आईएमडी के मुताबिक, आज उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश हो सकती है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग में बादल गरजने के साथ ही आकाशीय बिजली भी चमक सकती है। इसके साथ ही आईएमडी ने तेज बारिश की भी चेतावनी जारी की है। वहीं, टिहरी गढ़वाल और देहरादून में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है।
केरल के लिए आईएमडी ने दी ये चेतावनी
केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर आईएमडी ने शनिवार को राज्य के तीन उत्तरी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया। आईएमडी ने कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड में ऑरेंज अलर्ट और राज्य के नौ अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया।
मौसम विभाग ने दिन में पठानमथिट्टा, अलपुझा, कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम जिलों में एक या दो स्थानों पर मध्यम बारिश और तेज हवाओं के साथ गरज के साथ छींटे पड़ने का भी अनुमान लगाया है। इसके अलावा इसने 14 जून से 16 जून तक राज्य के मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया।
ऑरेंज अलर्ट का मतलब 11 सेमी से 20 सेमी तक बहुत भारी बारिश और येलो अलर्ट का मतलब 6 सेमी से 11 सेमी के बीच भारी बारिश है।
आईएमडी ने कहा कि अगले पांच दिनों में केरल में व्यापक वर्षा होगी, साथ ही उत्तर गुजरात और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। मौसम संबंधी चेतावनी के मद्देनजर केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने लोगों को पेड़ों के नीचे खड़े होने या वाहन पार्क करने से आगाह किया है।
उन्होंने कहा कि तेज हवाओं के कारण पेड़ उखड़ सकते हैं या उनकी शाखाएं टूटकर गिर सकती हैं। छप्पर, चादर या असुरक्षित घरों में रहने वाले लोगों को अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार सुरक्षित इमारतों में चले जाना चाहिए।
इस बीच, आईएमडी ने खराब मौसम और तेज हवाओं की संभावना के कारण 13 जून से 17 जून तक केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप के तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है। भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (आईएनसीओआईएस) ने भी कहा कि रविवार तक केरल और तमिलनाडु के तटों पर ऊंची लहरें और तूफानी लहरें उठने की संभावना है। इसलिए मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में जाते समय सावधान रहना चाहिए।