लुधियाना। राज्य के लोग इस समय सिर्फ यही सवाल कर रहे हैं कि इस बार इतनी ठंड क्यों महसूस हो रही है। इस बारे में मौसम केंद्र चंडीगढ़ के वरिष्ठ विज्ञानी डा. एके सिंह का कहना है कि राज्य में कड़ाके की ठंड की वजह कोहरे का दुष्प्रभाव है। कोहरे के चलते सूर्य की रोशनी धरती तक नहीं पहुंच पा रही है। इससे धरती की सतह गर्म नहीं हो रही है।
वहीं, बादल भी छाए हुए हैं। हीटिंग न होने की वजह से कई जगहों पर धरती की सतह का तापमान जीरो चल रहा है। जिन जगहों पर धरती की सतह का तापमान जीरो चल रहा है, वहां न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे आ गया है। इससे लोगों को ठंड भी अधिक महसूस हो रही है। अब कोहरा लगातार बने रहने के कारणों की बात करें तो पहला कारण वातावरण में नमी का अधिक होना है।
कोहरा कम हो जाएगा तो सूर्य की रोशनी धरती पर पूरी तरह से आने लगेगी
सुबह चार से आठ बजे के दौरान कई जिलों में हवा में नमी 95 से 100 प्रतिशत के बीच रह रही है, जबकि सामान्य तौर पर 80 से 85 प्रतिशत के बीच होती है। दूसरी वजह हवा की रफ्तार धीमी होना है। अभी हल्की हवा चल रही है। वहीं, एक अन्य कारण तापमान का कम होना है। इन तीनों की वजह से कोहरा बन रहा है। अगर हवा की रफ्तार बढ़कर पांच से दस किलोमीटर प्रति घंटे के बीच हो जाए और नमी कम हो जाए तो कोहरा बनना कम हो जाएगा।
कोहरा कम हो जाएगा तो सूर्य की रोशनी धरती पर पूरी तरह से आने लगेगी। इससे धरती के सतह का तापमान भी बढ़ जाएगा, जिससे लोगों को ठंड कम महसूस होगी। उधर, कृषि माहिरों के अनुसार लगातार कई दिनों तक कोहरे के जमने से गेहूं, सरसों व सब्जियों की फसलों के साथ आम के बागों को नुकसान की संभावना रहती है।
राज्य में घना कोहरा और शीतलहर जारी रहेगी
वहीं, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के डायरेक्टर रिसर्च डा. अजमेर सिंह ढट ने बताया कि कोहरा पड़ने पर ओस बर्फ की तरह जम जाती है। इससे फसलों के तने व पत्तों में जो सेल होते हैं, उनके डेड होने की संभावना रहती है। सफेद परत के चलते पत्ते सांस नहीं ले पाते। कोहरे से लगभग सभी फसलें प्रभावित होंगी। खासकर आलू की फसल के झुलसने की आशंका अधिक रहती है। किसानों को कोहरे से फसलों को बचाने के लिए खेतों में हल्की सिंचाई करनी चाहिए। उधर, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मंगलवार को भी राज्य में घना कोहरा और शीतलहर जारी रहेगी। इसे लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है।
दो डिग्री पहुंचा तापमान, कोहरे व शीतलहर से कंपकंपी बढ़ी
सर्द हवाओं के चलते ठंड का सितम थमने का नाम नही ले रहा है। जिले में शीत लहर के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त होता जा रहा है। सोमवार को शहर का न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। हवा में घुली ठंड ने जनजीवन की रफ्तार धीमी कर दी है। हाड़ कंपाने वाली शीत लहर ने रोजमर्रा की जिंदगी को थाम सा दिया है। बच्चों से लेकर बड़े तक कमरों में दुबक गए हैं। कोहरे के कारण रात में वाहन रेंगते नजर आए।
सुबह के समय आसमान पर छाए कोहरे से पानी की बूंदें टपक रही थीं। सोमवार को शहर का तापमान अधिकतम 13 डिग्री व न्यूनतम दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कारों व ट्रकों के साथ साथ रोडवेज बस अड्डे व इनकी बसें भी कोहरे के प्रकोप से अछूती नहीं रह सकी हैं। सुबह तो कोहरे में न तो यात्री ही बस अड्डे पहुंच पा रहे हैं और न ही यात्रियों की कमी के चलते बसों का संचालन ही सही तरीके से हो पा रहा है।
बस अड्डे पर सन्नाटा पसरा
सोमवार को पीआरटीसी बस अड्डे पर सन्नाटा पसरा रहा। रोडवेज कर्मियों का कहना है कि सुबह व दोपहर को तो फिर भी कुछ ठीक है, देर शाम तो बस अड्डे पर सवारियां ढूंढे नहीं मिल रही हैं। विरासती शहर में पिछले दस दिनों से बढ़ी ठंड ने ऊनी कपड़े के बाजार को गर्म कर दिया है। खालसा मार्केट में रेडीमेड कपड़े के दुकानदार टिंकू का कहना है कि हैवी व लांग वुलन गारमेंट्स की मांग बढ़ी है।