रामसनेहीघाट बाराबंकी। ग्रामीण कृषि मौसम सेवा विषयक जागरूकता कार्यक्रम व सेमिनार को शुभारंभ करते हुए खाद्य एवं रसद विभाग के राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था हमारी खेती पर निर्भर है, हमारी खेती मौसम की मार झेलती है, मौसम विभाग के मौसम पूर्वानुमान की जानकारी लेकर हम अपनी खेती के जोखिम को कम कर सकते हैं। यह जागरूकता कार्यक्रम पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से बेसिक उत्थान एवं ग्रामीण सेवा संस्थान द्वारा बनीकोडर ब्लॉक के जेबीएस इंस्टीट्यूट मालिनपुर में आयोजित किया गया था। श्री शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार खेती और किसानों पर विशेष ध्यान दे रही है,क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है। इस कार्यक्रम का राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने दीप प्रज्वलित करके शुभारंभ किया।
किसानों व स्वयं सहायता समूह के पदाधिकारियों, अतिथियों का स्वागत करते हुए विषय की जानकारी रत्नेश कुमार ने दी।
उपकृषि निदेशक श्रवण कुमार ने प्रगतिशील किसानों को सम्मानित करते हुए कहा कि मिलेट्स की फसलें जलवायु सक्षम हैं, इनका उत्पादन कम लागत में हो जाता है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वतः रोजगार उपायुक्त बीके मोहन ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि एसएचजी की महिलाएं सामुदायिक नेतृत्वकर्ता हैं, उनके आत्म निर्भर होने से देश की अर्थव्यवस्था और अच्छी होगी, वे ग्रामीण कृषि मौसम की जानकारी प्राप्त कर अपने कार्यो के साथ मौसम की भविष्यवेत्ता भी बन सकती हैं। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भारत सरकार के राज्य कृषि मौसम सेवा केंद्र लखनऊ के प्रमुख मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक डॉ अतुल कुमार सिंह ने कहा कि मौसम आधारित कृषि जोखिम से बचने के लिए मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा मेघदूत एप और आईएमडी की बेवसाइट पर मौसम पूर्वानुमान का बुलेटिन जारी किया जाता है, जिसकी जानकारी से किसान मौसम आधारित कृषि सलाह लेकर कृषि का जोखिम कम कर सकते हैं। जेबीएस इंस्टीट्यूट के प्रबंधक व एमएलसी अंगद कुमार सिंह की धर्मपत्नी पूनम सिंह ने महिला प्रतिभागियों को अपनी सफलता की कहानी बताकर उन्हें प्रेरित किया। पूनम सिंह ने कहा कि जानकारी ही हमे खतरों से बचा सकती है। वरिष्ठ पत्रकार भोलानाथ मिश्रा ने भी प्रतिभागियों को सम्बोधित किया। इस मौके पर क्षेत्र के प्रगतिशील किसान रामदास वर्मा, रामसरन वर्मा एवं पप्पू सहित सक्रिय स्वयं सहायता समूह की पदाधिकारियों, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानित किया गया।