जालौन। जालौन के कालपी नगर से होकर गुजरने वाली यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। इससे यमुना पट्टी के निचले इलाके वाले गांवों में एक बार फिर से हलचल मच गई। वहीं नगर के घाट भी बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। साथ ही ग्रामीण इलाकों के लोगों में बाढ़ को लेकर दहशत है। सभी लोगों को नदी के आसपास न जाने की हिदायत दी गई है।
यमुना का जलस्तर बीते 24 घंटे में लगभग साढ़े तीन मीटर से अधिक बढ़ गया है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक शुक्रवार को यमुना का जलस्तर 103.20 मीटर दर्ज किया गया। जबकि गुरुवार को जलस्तर 99.40 मीटर था। बीते 24 घंटे में जलस्तर 10 से 12 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ा है। अभी भी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। हालांकि जलस्तर के बढ़ने की गति कम हो गई है। यमुना में आई बाढ़ से नगर के किलाघाट, बाईघाट, ढोद्देश्वर घाट, पीलाघाट बाढ़ के पानी में ड्ब गए हैं। यमुना पट्टी के गांवों में भी जलस्तर बढ़ने से बाढ़ को लेकर हलचल तेज हो गई है। उप जिलाधिकारी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि लगातार जलस्तर की निगरानी की जा रही है। यमुना पट्टी के ग्रामीणों को नदी के किनारे जाने व अपने मवेशी ले जाने से रोका गया है। बाढ़ चौकियों को पुनः अलर्ट कर दिया गया है। फिलहाल जलस्तर अभी बढ़ रहा है।