इतनी बड़ी आबादी के लिए प्रतिवर्ष नौकरियां दे पाना किसी भी देश के लिए आसान नहीं होगा। ऐसे में युवा बेहतर कॅरिअर के लिए क्या करें, किन विकल्पों का चयन करें जैसे सवालों के जवाब आपको इस ब्लॉग में मिलेंगे। यदि आपने किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन पूरा किया है और आपको एक आकर्षक पैकेज वाली जॉब की तलाश है तो डिजिटल सेक्टर आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
डिजिटल सेक्टर में मौजूदा समय में 8 लाख से ज्यादा नौकरियां स्किल्ड युवाओं के लिए उपलब्ध हैं। ये क्षेत्र लगातार ग्रोथ कर रहा है डिजिटल सेक्टर की इकोनॉमी 2025 तक 1 ट्रिलियन की हो सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि डिजिटल सेक्टर 2025 तक 6.5 करोड़ नौकरियां दे सकता है। युवाओं को ये नौकरियां डिजिटल सेक्टर के प्रमुख क्षेत्र डिजिटल मार्केटिंग, ई कॉमर्स, इंफ्रास्ट्र्क्चर, फिनटेक, टेलीकॉम, मोबाइल कॉमर्स, ट्रेवल एंड टूरिज्म, ग्राफिक डिजाइन, डेटा साइंस, साइबर सिक्यूरिटी आदि में मिलेंगी।
डिजिटल सेक्टर की ये लाखों नौकरियां उन युवाओं को दी जाएंगी जो डिजिटली स्किल्ड होंगे। यानी 12वीं पास, ग्रेजुएट युवा कुछ ही हफ्तों में डिजिटल स्किल हासिल कर इन नौकरियों के योग्य बन सकते हैं। डिजिटल सेक्टर की नौकरियों में सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, कंटेंट मार्केटिंग मैनेजर, सोशल मीडिया मैनेजर, ईमेल मार्केटिंग व पैड मार्केटिंग स्पेशलिस्ट समेत दर्जनों नौकरियां ऐसी हैं जो लाखों के पैकेज देती हैं।
युवाओं को दे रहे बेहतर सैलरी के मौके
सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन: एसईओ स्पेशलिस्ट वेबसाइट के सर्च इंजन रिजल्ट्स बेहतर करने के लिए काम करते हैं। इसमें एसईओ की वर्ड सर्चिंग, वेबसाइट डेटा विश्लेषण, वेबसाइट दृश्यता और ट्रैफिक पर काम करते हैं। एसईओ स्पेशलिस्ट को लगभग 25 से 35 हजार रुपए महीने सैलरी मिलती है।
कंटेंट मार्केटिंग मैनेजर: कंटेंट मार्केटिंग मैनेजर को एसईओ, डेटा एल्गोरिद्म की समझ होती है। ये ग्राहकों को लुभाने के लिए उच्च स्तरीय और आकर्षक कंटेंट तैयार करवाते हैं। ये ब्लॉग पोस्ट, सोशल मीडिया पोस्ट्स, ईबुक्स, इंफोग्रॉफिक्स समेत अन्य प्रकार के कंटेंट को मैनेज करते हैं। इनको लगभग 70 हजार रुपए प्रतिमाह सैलरी मिल जाती है।
सोशल मीडिया मैनेजर: सोशल मीडिया मैनेजर्स कंपनी की सोशल मीडिया रणनीति तय करते हैं। ये कंटेंट तैयार करने, उसे पब्लिश करने, फॉलोअर्स से बातचीत करने, सोशल मीडिया मैट्रिक्स का विश्लेषण करने आदि के लिए जिम्मेदार होते हैं। सोशल मीडिया मैनेजर को 70 से 80 हजार रुपए महीने सैलरी दी जाती है।
ई मेल मार्केटिंग: ये कंपनी के बिजनेस के बारे में कैंपेन तैयार करने, लक्षित वर्ग को ई मेल करने, ईमेल टेम्प्लेट बनाने, सेगमेंट बनाने और कैंपेन्स का परिणाम एनालाइज करने का काम करते हैं। ईमेल मार्केटिंग मैनेजर को लगभग 40 हजार रुपए प्रतिमाह मिलते हैं।
पैड एडवरटाइजिंग स्पेशलिस्ट: कंपनियों और वेबसाइट्स द्वारा पैड एडवरटाइजिंग की जाती है। जिसे पैड एडवरटाइजिंग स्पेशलिस्ट मैनेज करते हैं। गूगल एड औऱ फेसबुक एड के जरिए पैड एडवरटाइजिंग स्पेशलिस्ट लीड जनरेट करते हैं। इनको 2 से 5 लाख रुपए सालाना सैलरी मिलती है।
ग्राफ़िक डिज़ाइनर: ये एक्सपर्ट लोगों के पास इमेज के जरिए कंपनियों के विचार, सूचना, जानकारी व ऑफर पहुंचाते हैं। इनकी सालाना सैलरी 3 से 6 लाख रुपये होती है।