आरक्षण से पाना चाहती है छुटकारा

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने दावा किया है कि उनकी हत्या की जा सकती है। पुलिस की खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए छगन भुजबल ने बुधवार को राज्य विधानसभा में दावा किया कि ‘उन्हें गोली मारी जा सकती है और पिछले दो महीने से उन्हें धमकियां मिल रही हैं।’

भुजबल ने किया ये दावा
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान अपने संबोधन में छगन भुजबल ने कहा कि उनकी छवि मराठा आरक्षण विरोधी की बनाई जा रही है जबकि वह मराठा आरक्षण के विरोधी नहीं हैं। बता दें कि छगन भुजबल मराठा आरक्षण को ओबीसी कोटे में शामिल करने का विरोध कर रहे हैं। भुजबल ने कहा कि सभी पार्टियों की तरह वह भी यही रुख अपना रहे हैं कि मराठा समुदाय को ओबीसी कोटे में आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। उन्हें रोजाना फोन पर गालियां और धमकियां मिल रही हैं। बता दें कि मराठा आरक्षण की मांग करने वाले मनोज जारांगे ने भुजबल पर मराठों और ओबीसी वर्ग के बीच तनाव फैलाने का आरोप लगाया था। जारांगे ने कहा था कि भुजबल राज्य का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं।

बयान पर गरमाई राजनीति
छगन भुजबल के विधानसभा में किए गए दावे पर राजनीति गरमा गई है। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने आरोप लगाया कि इस सरकार में कोई समन्वय नहीं है। ये ओबीसी के लिए कोई नीति नहीं बनाई है और सिर्फ उनका शोषण कर रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार आरक्षण से छुटकारा पाना चाहती है और इसके लिए यह ओबीसी और मराठाओं के बीच टकराव पैदा करने की कोशिश की जा रही है। ताकि इस लड़ाई में वो आरक्षण को भूल जाएं। आरक्षण से बचने के लिए भाजपा ने यह योजना बनाई है।

Related Articles

Back to top button