राजस्थान में वोटिंग जारी,दोपहर 1 बजे तक 40% मतदान….

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा आम चुनाव-2023 के लिए मतदान आज सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्वक शुरु हो गया। राजस्थान में विधानसभा की 199 सीट पर चुनाव के लिए मतदान शनिवार सुबह सात बजे से शाम 6 बजे तक होगा।

राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने डाला वोट
राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने सीकर में अपना वोट डाला। वह लक्ष्मणगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। डोटासरा ने कहा, “पूरे प्रदेश में कांग्रेस के प्रति बहुत ही उत्साह है। लोग खुशी से वोट कर रहे हैं। कांग्रेस ने जिस तरह का काम किया है और पार्टी ने जो गारंटी दी है, उससे भारी उत्साह है। कोविड के दौरान राज्य सरकार द्वारा किए गये प्रबंधन से लोगों में सरकार के प्रति सकारात्मक सोच बनी हुई है। कांग्रेस सरकार बहुत अच्छे बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी।”

बुजुर्ग को हार्ट अटैक से आई मौत
उदयपुर में मतदान के दौरान एक बुजुर्ग की मौत हो गई। सेक्टर 4 सेंट एंथोनी स्कूल में बुजुर्ग हार्ट अटैक से यह मौत हुई। जिस 70 वर्षीय बुजुर्ग को यह हार्ट अटैक आया वह दोपहर बाद मतदान करने पहुंचे थे।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपना वोट डाला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपना वोट डाला। ओम बिरला ने कहा, “लोकतंत्र उत्सव है, सभी लोग अपने मत का उपयोग कर रहे हैं। लोगों में उत्साह है। सभी मतदाता को अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपने विचारों की अभिव्यक्ति करना चाहिए। तभी हमारा लोकतंत्र मजबूत होगा।”

वोट डालने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, “हमारी सरकार दोबारा आ रही है। उनकी(भाजपा) बातों में दम नहीं है। अब ये(भाजपा) लोग गायब हो जाएंगे। अब ये 5 साल बाद आएंगे। हम यहीं रहेंगे, जनता के बीच जाएंगे और उनके सुख-दुख की बात करेंगे।”

कन्हैयालाल टेलर के दोनों बेटों ने किया मतदान, बोले हमारे पिता को मुद्दा ना बनाएं, बल्कि उन्हें न्याय दिलाएं
आज मतदान के दौरान कन्हैयालाल टेलर के दोनों पुत्र यश और तरुण भी पहली बार मतदान करने पहुंचे। बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार की विधानसभा चुनाव में उनके पिता को सियासी मुद्दा बनाया गया. हमें आज भी न्याय की आस है। जो भी सरकार राजस्थान में बने वह हमारे पिता को न्याय दिलाए। डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी अभी तक आरोपियों को सजा नहीं मिली। विधानसभा चुनाव में हमने देखा कि राजनीतिक पार्टियों ने इसे प्रोपेगेंडा बनाया। अगर इस हत्याकांड को मुद्दा ना बनाकर आरोपियों को सजा दिलाने में ज्यादा मदद करते तो हमारे लिए और अच्छा होता।

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