परिसम्पत्तियों की क्षति के आंकलन के लिए अधिकारी स्वयं करें क्षेत्र का भ्रमण: डीएम

बहराइच। अति वर्षा व जल भराव के दृष्टिगत जनपद में विशेषकर नदियों के निकट स्थित ग्रामों में उत्पन्न हुई बाढ़ जैसी परिस्थितियों में क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों एवं फसल क्षति का आंकलन, बच्चों व पशुओं का टीकाकरण, खाद्यान्न एवं पुष्टाहार वितरण, विद्युत आपूर्ति, बच्चों के पठन-पाठन एवं कटान इत्यादि की समीक्षा हेतु जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक सम्पन्न हुई। उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये कि तहसील क्षेत्रान्तर्गत आपदा से प्रभावित लोगों को प्रदान की गई सहायता धनराशि के डेमो चेक का वितरण क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराया जाय तथा कटान प्रभावित लोगों को शासन द्वारा निर्धारित गाईडलाइन के अनुसार राशन किट भी उपलब्ध कराई जाय।

बैठक में तहसीलवार समीक्षा करते हुए डीएम ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि एसडीआरएफ गाईड लाइन के अनुसार क्षतिग्रस्त परिसत्पत्तियों का विवरण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। अति वर्षा व जल भराव से फसलों की हुई क्षति के आंकलन के सम्बन्ध में जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिये गये कि क्षेत्रीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के माध्यम से सर्वे रिपोर्ट मंगवा कर आपदा कार्यालय को उपलब्ध करा दें। डीएम ने जिला कृषि अधिकारी को यह भी निर्देश दिया गया कि स्वयं भी क्षेत्रों का भ्रमण कर फसल क्षति के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

तहसील मोतीपुर के दूरस्थ क्षेत्रों में विद्युत की आपूर्ति संतोषजनक न पाये जाने पर अधि.अभि. विद्युत को निर्देश दिया गया कि विद्युत आपूर्ति में बाधक कारकों का निवारण करते हुए आवश्यकतानुसार खराब ट्रांसफार्मर की मरम्मत एवं बदलने की कार्यवाही करते हुए शासन द्वारा निर्धारित रोस्टर के अनुसार विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। डीएम ने सभी सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिया वरिष्ठ अधिकारी स्वयं क्षेत्र का भ्रमण कर विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्राप्त कर वंचित लोगों को आच्छादित कराएं साथ ही विभागीय परिसम्पत्तियों की क्षति का भी आंकलन कर निरीक्षण आख्या डीएम को प्रेषित करें।

जल भराव तथा नदियों एवं जलाशयों के जल स्तर में वृद्धि के दृष्टिगत डूबने से होने वाली जनहानि की संख्या को नगण्य करने के उद्देश्य से एसडीएम को निर्देश दिया गया कि क्षेत्र में लोगों को इस बात के लिए जागरूक किया जाय कि बच्चों को जल स्रोतों के पास न जाने दें। यदि बच्चों का घर से निकलना अपरिहार्य हो तो परिवार का कोई व्यस्क व्यक्ति बच्चों के साथ अवश्य हो। डीएम ने कहा कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों विशेषकर नदियों के आस-पास बसे गांवों में क्लोरीन की गोली का वितरण, समुचित साफ-सफाई तथा बच्चों एवं पशुओं के शत-प्रतिशत टीकाकरण तथा एण्टीलार्वा इत्यादि का छिड़काव निरन्तरता के साथ कराया जाय।

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