पीलीभीत। सोमवार को निदेशालय महिला कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश के निर्देश पर पीलीभीत नेपाल सीमावर्ती गांव में जिला प्रोबेशन अधिकारी, चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने जनपद की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम के साथ मिलकर थाना माधोटांडा क्षेत्र के बुंदिभुड़ गांव में ग्रामीणों को जागरूक किया।जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाल तस्करी विरोध दिवस के अवसर पर बुधबार को सीमावर्ती गांव में अभियान चलाया गया,अभियान के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता ने ग्रामीणों को बताया कि अगर आपके गांव में कोई भी संदिग्ध व अपरिचित व्यक्ति कोई भी लालच देकर आपके बच्चों को कहीं ले जाकर नौकरी लगवाने अथवा काम दिलाने की बात करता है, तो उससे साबधान रहे।आपके बच्चे के जीवन खतरा हो सकता है। वह बधुआ मजदूरी,यौन शोषण,बाल विवाह,शारीरिक शोषण का शिकार हो सकता है। आप इसकी सूचना तत्काल टोल फ्री नंबर 1098 अथवा 112 पर दें। मौके पर ही मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के लिए बच्चों को चिन्हित किया गया जिला प्रोबेशन अधिकारी ने ग्राम प्रधान को गांव की निराश्रित महिलाओं के लिए निराश्रित महिला पेंशन का आवेदन कराने के निर्देश दिए। थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस सदैव आपके साथ खड़ी है, किसी भी व्यक्ति के बहकावे में न आए और अपने बच्चों को 18 साल से कहीं पर काम करने के लिए न भेजें बाल विवाह बाल श्रम कानूनी अपराध है। कोई यदि इसमें संलग्न पाया जाता है तो उसके नियोजन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है। निर्वान सिंह जिला समन्वयक चाइल्ड हेल्पलाइन ने महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित कन्या सुमंगला योजना मुख्यमंत्री बाल योजना सेवा एवं निराश्रित महिला पेंशन के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया। एसएसबी निरीक्षक हरविंदर सिंह ने कहा कि किसी भी तस्करी से संबंधित जानकारी को संबंधित एसएसबी पोस्ट पर करें, उन्होंने कहा कि ग्रामीणों से समन्वय कर योजनाओं को जमीनी स्तर पर उतारा जाएगा। जागरूकता टीम में थाना माधोटांडा की चौकी रमनगरा के प्रभारी हरवंश वर्मा एवं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के कांस्टेबल भानु प्रताप एवं अमित कुमार, सुनीता आदि सम्मिलित रहे हैं।