रिश्वत मांगने पर वन विभाग के दरोगा व चालक को ग्रामीणों ने बनाया बंधक

वन विभाग के दरोगा पर बीस हजार रुपए छीनने सहित कई आरोप, वही दरोगा ने भी आरोप लगाते हुए थाने पर दी तहरीर

निष्पक्ष प्रतिदिन/मलिहाबाद,लखनऊ। रहीमाबाद थाना क्षेत्र में गुरेरा मजरे बडखोरवा गांव निवासी मुजीफ अली ने एक सूखा पेड़ कटवाया था जिसे ट्रैक्टर ट्राली सहित सिसवारा मोड के पास वन विभाग के दरोगा शंकर सिंह ने पकड़ लिया। दरोगा शंकर सिंह पर आरोप है कि उन्होंने चालक को कोई मौका ही नहीं दिया और उसका मोबाइल छीन लिया। ट्रैक्टर से उतारकर उसकी पिटाई भी कर दी और ट्रैक्टर मालिक के पिता ने जब पचास हजार की रिश्वत देने से इनकार कर दिया तो जबरन बीस हजार रुपए छीन लिए। हालांकि इस मामले में वन विभाग के दरोगा शंकर सिंह ने भी कई आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र रहीमाबाद थाने में दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

वन रेंज मलिहाबाद क्षेत्र के गहदों निकट गुरेरा गांव निवासी मुजीफ अली ने बताया कि उनके आम के बाग में एक पेड़ में कीड़ा लग जाने के कारण वह पेड़ पूर्ण रूप से सूख गया था। गुरुवार सुबह उन्होंने सूखे पेड़ को कटवा दिया था जिसकी लकड़ी ट्रैक्टर ट्रॉली से ट्रैक्टर चालक सुखबीर लेकर जा रहा था। तभी सिसवारा मोड़ के पास वन विभाग के दरोगा शंकर सिंह और उनके चालक मेवालाल ने ट्रैक्टर के आगे बोलेरो लगाकर रोक लिया। मुजीफ ने रहीमाबाद थाने में प्रार्थना पत्र देकर दरोगा शंकर सिंह के ऊपर आरोप लगाया है कि उन्होंने ट्रैक्टर चालक का पहले तो मोबाइल छीन लिया उसके बाद ट्रैक्टर से नीचे उतारकर उसके कई थप्पड़ जड़ दिए। भीडभाड़ एकत्रित होने के बाद इसकी भनक जब उन्हें लगी तो वह मौके पर पहुंच गए। जानकारी होने पर ट्रैक्टर मालिक के पिता मुन्ना यादव भी मौके पर आ गए। आरोप है की शंकर सिंह मुन्ना यादव का हाथ पड़कर साइड में लेकर गए और पचास हजार रुपए में मामले को रखा दफा करने के लिए कहने लगे जब उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया तो बीस हजार रुपए जबरन छीन लिए। उसके बाद धमकाते हुए मुकदमा पंजीकृत कराने की धमकी दी जिससे नाराज होकर ग्रामीणों ने उन्हें वहीं पर बैठा लिया और उनके उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड गए। वहीं शंकर सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय वन अधिकारी द्वारा अवैध कटान कि उन्हें सूचना दी गई थी जिसका संज्ञान लेकर वह गए थे। जहां मुन्ना यादव ने 20, 25 अपने साथियों के साथ उनके साथ अभद्रता की और उन्हें बंधक बना लिया तथा सरकारी गाड़ी की चाबी वा मोबाइल छीन लिया। शंकर सिंह ने यह भी आरोप लगाया है कि सरकारी वाहन को जलाने की भी धमकी दी और बेज्जत भी किया गया। क्षेत्रीय वन अधिकारी द्वारा पुलिस को भेजने के बाद उन्हें मुक्त कराया गया। दोनों पक्षों के प्रार्थना पत्र मिलने के बाद रहीमाबाद एसओ अनुभव सिंह ने बताया की जांच की जा रही है जांच के बाद दोनों पक्षों का मुकदमा पंजीकृत कराकर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

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