लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में रविवार को कुलपति आचार्य संजय सिंह द्वारा सीआरपीएफ की महिला विंग की अधिकारियों द्वारा निकाली जा रही ” वुमेन मोटरसाइकिल रैली ” को हरी झंडी दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति आचार्य संजय सिंह ने की। मुख्य अतिथि के रूप में सत्यपाल रावत, पुलिस महानिरीक्षक मध्य सेक्टर, शशि प्रकाश सिंह पुलिस उपमहानिरीक्षक, भूपेंद्र कुमार उपमहानिरीक्षक, अमित कुमार अपर जिलाधिकारी, संदीप कौर निदेशक महिला कल्याण लखनऊ, रोशन जैकब आयुक्त लखनऊ एवं अन्य अतिथि उपस्थित रहे I
महिला एवं विकास मंत्रालय के सहयोग से देश की महिला शक्ति के सम्मान में आयोजित होने वाले इस अभियान में सीआरपीएफ की 150 महिला अधिकारी तीन टीमों में विभाजित होकर क्रास कंट्री अभियान पर निकली है, जिन्होंने अपनी यात्रा बीते 5 अक्टूबर को शिलांग से शुरू की थी। यह यात्रा 16 अक्टूबर को लखनऊ के बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय पहुँची जहाँ कुलपति द्वारा आगे की यात्रा को हरी झंडी दिखाई गई। अर्द्धसैनिक बल की साहसी महिला बाइकर्स “यशस्विनी” की यह यात्रा विभिन्न प्रदेशों से होते हुए लगभग 3000 किमी० की दूरी तय करके गुजरात के एकता नगर में स्टेच्यु ऑफ यूनिटी पहुचेगी।
कुलपति आचार्य संजय सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि महिलाओं द्वारा निकाले जाने वाली यह रैली नारी शक्ति के वास्तविक अर्थ को चरितार्थ करती है कि किस प्रकार देश की बेटियां किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। वास्तव में आज की नारी समाज की पथ प्रदर्शक है जो विभिन्न दायित्वों का बखूबी निर्वाह करने में सक्षम है। हम सभी को भारतीय नारी शक्ति पर अभिमान होना चाहिए।
मुख्य अतिथि सत्यपाल रावत ने कहा कि सीआरपीएफ ही ऐसा दल है जिसमें 8 महिला बटालियन मौजूद है। आज भारतीय नारी रक्षा के क्षेत्र में भी अहम योगदान दे रहीं हैं। नारियों की अबला छवि को खंडित करने का यह जीवन्त उदाहरण है।
कार्यक्रम के दौरान प्रॉक्टर प्रो० संजय कुमार, प्रो० रवि शंकर वर्मा, प्रो० एम एल मीणा, डॉ० राजश्री, डॉ० मनोज डढवाल, डॉ० पवन कुमार चौरसिया, सीआरपीएफ पुलिस बल, नेहरू युवा केंद्र के युवा, एनसीसी कैडेट्स, विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी एवं विश्वविद्यालय के छात्र- छात्रायें एवं शिक्षक मौजूद रहे।