अमेठी जिला मुख्यालय पर वीर अहीर निर्माण सेना ने रेजांगला अहीर शौर्य दिवस मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष आर के यादव ने किया। कार्यक्रम का संचालन महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष नीलम यादव ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो डॉ रुदल यादव रहे। शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित के करके उनकी शहादत को किया।जिलाध्यक्ष ने कहा कि भारत चीन का युद्ध विश्व के युद्धों में से एक हैं। जिसमें दुश्मन देश की सेना ने शहीद वीर जवानों के अदम्य साहस, शौर्य, पराक्रम और वीरता को सम्मान दिया। उस युद्ध को रेजांगला अहीर शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। यह युद्ध 1962 में मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में भारतीय सेना के 13 कुमायूं रेजिमेंट की टुकड़ी ने अपने मोर्चे को बचाने के लिए आखिरी दम, आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ने का ऐतिहासिक संघर्ष किया था। इस युद्ध में देश के अहीरवाल, अलवर क्षेत्र के 114 वीर अहीर सैनिक शहीद हुए। जवानों ने इस लड़ाई में गोली खत्म हो जाने के बाद अपने असलहे को लाठी के तौर पर इस्तेमाल करते हुए भारी संख्या में चीनी सैनिकों को मार गिराया था। जो विश्व के हुए युद्धों में से एक हैं। यह युद्ध इतिहास के स्वर्णिम पन्नो में दर्ज हैं। इस मौके पर जिलाध्यक्ष किसान प्रकोष्ठ डॉ सी पी यादव, प्रधान चंद्रजीत यादव, सूबेदार मेजर (रिटायर्ड) शिव दर्शन पाल, हवलदार बुद्धिराम (रिटायर्ड), वीरेन्द्र कुमार, राजकुमार, मुकेश कुमार आदि मौजूद रहे।