लखनऊ। सीएम ने कहा कि हमारे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। काशी नई काशी के रूप में दुनिया को आकर्षित कर रही है। गत वर्ष 10 करोड़ श्रद्धालु वहां दर्शन करने आते हैं। देश-दुनिया में सर्वाधिक श्रद्धालु वाला क्षेत्र काशी बना है। ब्रज क्षेत्र में लगभग 6 से 7 श्रद्धालु पवित्र स्थलों का दर्शन करने आ रहे हैं। पर्यटन के नई डेस्टिनेशन के रूप में दुनिया के अंदर नई आभा के साथ यूपी आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है। पर्यटन के अलग-अलग क्षेत्रों में जो कार्य हुआ है, वह सभी को अपनी ओर आकर्षित करता है। 2019 के प्रयागराज कुंभ से प्रारंभ हुई यात्रा काशी विश्वनाथ धाम, ब्रज क्षेत्र, अयोध्या-विंध्यवासिनी धाम, हैरिटेज, ईको टूरिज्म के क्षेत्र में बढ़ता हुआ रोजगार की अनेक संभावनाओं को बढ़ाने का कार्य कर रहा है।
विकास के नए पथ पर है उत्तर प्रदेश
सीएम ने कहा कि यूपी इंफ्रास्ट्रक्चर स्टेट के रूप में जाना जा रहा है। पांच एक्सप्रेसवे के साथ वर्तमान में 13 एक्सप्रेसवे निर्माण में यूपी आगे बढ़ रहा है। यहां बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर उसे नई गति दे रहा है। यूपी इंटर स्टेट कनेक्टिविटी में सफल हुआ है। एयरकनेक्टिविटी को बेहतर कर रहा है। पीएम के संकल्प को बढ़ाने में यूपी ने बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है। आज परिणाम हमारे सामने है। 2017 में यूपी में 2 और आज 9 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। इस वर्ष के अंत तक 5 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट क्रियाशील होंगे। अयोध्या धाम और नोएडा के जेवर में एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण यूपी में चल रहा है। नए घरेलू एयरपोर्ट के साथ यूपी कार्य कर रहा है। कहा जाता था कि यहां कोई जलमार्ग कार्य नहीं कर पाएगा, लेकिन भारत सरकार के साथ मिलकर देश का नंबर एक वाटरवे वाराणसी व हल्दिया के बीच में प्रारंभ हो चुका है। यूपी सरकार ने वाटरवे की संभावना को बढ़ाते हुए प्रदेश के अंदर ग्रीन लैंड वाटरवे अथॉरिटी की प्रक्रिया को बढ़ाया है। हर हर उस नदी के अंदर, नदी को चैनलाइज या ड्रेजिंग के माध्यम से जलमार्ग की सुविधा को विकसित करना होगा। हम तत्परता से कार्य करते हुए भारत सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य करेंगे।
उपेक्षा के कारण पटरी से उतर चुका था कृषि क्षेत्र
सीएम ने कहा कि यूपी कृषि बाहुल्यता के लिए जाना जाता है। यूपी के अंदर कृषि सर्वाधिक रोजगार देने वाला सेक्टर था तो नंबर एक पर नंबर कृषि था, लेकिन उपेक्षा के कारण पटरी से उतर चुका था। लोग पलायन कर रहे थे। 9 वर्ष के अंदर स्वायल हेल्थ कार्ड, पीएम फसल बीमा योजना, पीएम कृषि सिंचाई योजना आदि को लागू करने का कार्य रहा हो या 2017 में सरकार गठन के बाद एमएसपी की लागत का डेढ़ गुना दाम देने का कार्य रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत यूपी में 2.61 करोड़ लाख किसान इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। 3 वर्ष के दौरान 2.61 करोड़ किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 59 हजार करोड़ से अधिक की राशि पीएम मोदी के द्वारा उपलब्ध कराई गई। यूपी किसानों की खुशहाली के लिए कार्य कर रहा है। पीएम कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से अब तक 23 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचन की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। सरकार लगातार कार्य कर रही है। ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति को तेजी से बढ़ाया गया है। आज समृद्धिशाली किसान बन सकता है, इस परिकल्पना को भी साकार किया गया है। आज किसानों के चेहरे की खुशहाली देखते ही बनती है। खेती से पलायन कर रहे किसानों को यूपी के अंदर फिर से खेतीबाड़ी से जोड़ने के कार्यक्रम को बढ़ाया है। प्रदेश सरकार ने तय किया है कि 14 लाख निजी ट्यूबवेल हैं। गत वर्ष हमारी सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए इन निजी नलकूपों को संचालित करने वाले किसानों को सरकार ने विद्युत बिल में 50 फीसदी छूट उपलब्ध कराई थी। जल्द ही सरकार किसानों को फ्री में निजी ट्यूबवेल के लिए विद्युत आपूर्ति की कार्रवाई को बढ़ाने की ओर से बढ़ रही है।