वॉशिंगटन। अमेरिका दौरे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। प्रधानमंत्री की यात्रा पर अमेरिकी पक्ष ने भारत से चुराई गई या तस्करी की गई 297 प्राचीन वस्तुओं की वापसी में मदद की है। इन्हें जल्द भारत वापस लाया जाएगा।
इसकी जानकारी खुद प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स हैंडल पर साझा करते हुए लिखा, मैं भारत को 297 अमूल्य पुरावशेषों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन और अमेरिकी सरकार का अत्यंत आभारी हूं।
ये प्राचीन वस्तुएं लगभग 4000 साल पुरानी हैं, जो 2000 ईसा पूर्व से 1900 ईसवी तक समय अवधि की हैं। इनका इतिहास भारत के अलग-अलग हिस्सों से है। ज़्यादातर प्राचीन वस्तुएं पूर्वी भारत की टेराकोटा कलाकृतियां हैं, जबकि अन्य पत्थर, धातु, लकड़ी और हाथीदांत से बनी हैं और देश के अलग-अलग हिस्सों से संबंधित हैं।
पुरातत्विक महत्व की संपत्तियों की तस्करी पुराना मुद्दा है और भारत इसका शिकार रहा है। बड़ी संख्या में पुरावशेषों की तस्करी देश से बाहर की गई। प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान 297 प्राचीन वस्तुएं भारत को मिलने के बाद 2014 से भारत वापस लाई गई प्राचीन वस्तुओं की कुल संख्या 640 हो गई। इसमें अकेले अमेरिका से वापस किए गए पुरावशेषों की कुल संख्या 578 है।