बेंगलुरु। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को आईएनडीआईए को भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे नेताओं का एक समूह करार दिया, जिनकी कोई आम विचारधारा या राजनीतिक एजेंडा नहीं है। ठाकुर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में अपनी हार की हताशा के कारण गुरुवार को संपन्न संसद के शीतकालीन सत्र को बाधित किया। वरिष्ठ भाजपा नेता की यह टिप्पणी 146 सांसदों के निलंबन के खिलाफ विपक्षी गठबंधन द्वारा देशव्यापी प्रदर्शन के एक दिन बाद आई है।
अनुराग ठाकुर ने विपक्षी गठबंधन पर उठाया सवाल
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि गठबंधन कहां है। वे पंजाब में संघर्ष कर रहे हैं, वे अन्य राज्यों में संघर्ष कर रहे हैं। वे एक स्वर में नहीं बोल सकते। वे भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे लोगों का एक समूह हैं और एक साथ आए हैं। उनके पास कोई समान विचारधारा नहीं है, साझा न्यूनतम कार्यक्रम या साझा उम्मीदवार नहीं है। कोई विपक्षी गठबंधन नहीं है।
विपक्षी सांसदों के निलंबन पर क्या बोले ठाकुर?
विपक्षी सांसदों के निलंबन पर उन्होंने कहा कि उन्हें उन गतिविधियों के लिए निलंबित किया गया था जिन पर अध्यक्ष द्वारा रोक लगाई गई थी। ठाकुर ने कहा कि सभी राजनीतिक दल इस बात पर सहमत हुए हैं कि वे नए संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा कक्षों के अंदर तख्तियां नहीं लाएंगे।
केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि जब हमने नए संसद भवन में प्रवेश किया, तो अध्यक्ष ने सभी से नई परंपराओं के साथ शुरुआत करने का अनुरोध किया। किसी को कागज फाड़कर आसन पर नहीं फेंकना चाहिए और कोई तख्तियां सदन के अंदर नहीं लानी चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि तीन राज्यों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद वे हतोत्साहित थे और वे सत्र का बहिष्कार करने का कारण ढूंढ रहे थे। उन्हें आम आदमी से कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि सत्र आगे बढ़े, कभी भाग लेना नहीं चाहती थी। ठाकुर ने विपक्षी नेताओं पर राजनीति के प्रति गंभीर नहीं होने और भारत के उपराष्ट्रपति का मजाक उड़ाकर खुद का मजाक बनाने का भी आरोप लगाया।