त्रयोदशी और अनंत चतुर्दशी पर सोमेश्वनाथ महादेव को जलाभिषेक के लिए उमड़ा सैलाब

पूर्वी चंपारण। जिले के अरेराज स्थित बिहार के सुप्रसिद्ध मनोकामनापुरक पंचमुखी बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव को भाद्रपद त्रयोदशी और अंनत चतुर्दशी पर जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओ का सैलाब उमड़ पड़ा है। रविवार को ही बड़ी संख्या में पैदल व डाक कांवरियो का समूह बागमती-लालबकेया के संगम देवापुर घाट से जलबोझी कर निकले जिसमे कुछ कांवरिया त्रयोदशी को जलाभिषेक कर पूजा अर्चना किया,वही लाखो कांवरियां चतुर्दशी को जलाभिषेक करेंगे।

कांवरियों की भारी भीड़ को देखते हुए अरेराज अनुमंडल प्रशासन के उपस्थिति में मंदिर पुजारी ने प्रथम पूजा के उपरांत सोमवार 12.30 बजे रात्रि में ही जलाभिषेक के लिए पट को खोल दिया। पट खुलते ही कड़ी सुरक्षा के बीच डाक बम और कावरिया देर रात्रि से ही जलाभिषेक में जुटे है। उल्लेखनीय है,कि पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय से दक्षिॆण करीब 28 किलोमीटर की दूरी पर गंडक नारायणी नदी के तटवर्ती अरेराज में विराजमान सोमेश्वरनाथ महादेव का प्राचीन महत्व है। कई प्राचीन ग्रंथो में भी अरेराज मंदिर का वर्णन है। बताया जाता है,कि प्रभु श्रीराम और सीता माता ने भी इस मंदिर में पूजा अर्चना की थी। ऐसी मान्यता है,कि करीब पांच फीट नीचे गहबर में स्थापित सोमेश्वर महादेव को जलाभिषेक करने से पुत्र प्राप्ति के साथ ही सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

प्रतिवर्ष भाद्रपद त्रयोदशी और अंनत चतुर्दशी के अवसर पर सीतामढी,शिवहर,पूर्वी व पश्चिम चंपारण के साथ ही यूपी और नेपाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां जलाभिषेक के लिए पहुंचते है।इस मौके पर चार दिवसीय भव्य मेला का भी आयोजन किया जाता है।यहां समान्य व डाक कांवरिया बागमती नदी से जलबोझी कर करीब 80 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर बाबा सोमेश्वनाथ को जलाभिषेक करते है। इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा देवापुर घाट से लेकर अरेराज सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर तक चप्पे चप्पे पर दण्डाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है।इसके साथ ही प्रशासन द्वारा कावरियों की सुबिधा को लेकर बिजली,पानी शौचालय,स्वस्थ्य शिविर के साथ स्वच्छता को लेकर विशेष प्रबंध किया गया है।साफ सफाई सहित व्यवस्था किया गया है।इसके साथ ही देवापुर घाट से मोतिहारी शहर व अरेराज तक सड़क के दोनो किनारे जगह जगह विभिन्न समाजसेवी व स्वयंसेवी संस्थाओ द्वारा निशुल्क कांवरिया शिविर लगाया गया है।ऐसा अनुमान है,कि इस वर्ष करीब चार लाख से ज्यादा श्रद्धालु जलाभिषेक करेगे।

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