कीव। यूक्रेन के सैनिकों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में लगभग 1,300 वर्ग किलोमीटर (500 वर्ग मील) क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया है। यूक्रेन की सेना के प्रमुख ने यह जानकारी दी। वहीं रूस ने मंगलवार को दूसरे दिन भी यूक्रेन पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया। सोमवार को रूस ने 200 से अधिक मिसाइलों और ड्रोन से यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाया था। इसमें आठ लोगों की मौत हुई थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सहयोगी पश्चिमी देशों से लंबी-दूरी तक मार करने में सक्षम हथियार देने की मांग की है। यूक्रेन ने कहा कि उसने मंगलवार को रूस के 10 मिसाइलों में से पांच को और 81 ड्रोन में से 60 को मार गिराया। हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सहयोगी पश्चिमी देशों से लंबी-दूरी तक मार करने में सक्षम हथियार देने की मांग की है और उनके रूस के अंदर हमले करने अनुमति भी मांगी।
जनरल ऑलेक्जेंडर सिर्स्की ने कहा कि यूक्रेन ने अपने अभियान में 594 रूसी लोगों को पकड़ लिया है। यह अभियान छह अगस्त से शुरू हुआ था। उनके दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।
सिर्स्की ने कुर्स्क क्षेत्र की स्थिति को लेकर कहा, ‘‘कुर्स्क क्षेत्र में हमारा अभियान जारी है और दुश्मन देश हमारे आक्रामक सैन्य समूह को घेरने का प्रयास कर रहा है और उनकी जवाबी कार्रवाई की योजना भी है।’’
हमलों में पांच लोगों के मारे जाने और 16 अन्य के घायल होने की सूचना है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि हमलों में 81 ड्रोन, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल शामिल थी। उन्होंने कहा कि चार लोग मारे गए, लेकिन जापोरीज्जिया क्षेत्र के गवर्नर ने बाद में कहा कि हमलों में पांचवें व्यक्ति की भी मौत हो गई।
जेलेंस्की ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हम निसंदेह इस और अन्य सभी हमलों के लिए रूस को जवाब देंगे। मानवता के खिलाफ अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जा सकता।’’
रूसी रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि कुर्स्क में यूक्रेन को भारी नुकसान हुआ है। लगभग 6,600 सैनिक मारे गए या घायल हुए हैं और 70 से अधिक टैंक और कई बख्तरबंद वाहन नष्ट हो गए हैं। इन आंकड़ों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है।
इस बीच, रूस में अधिकारियों ने बताया कि कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन की चार मिसाइल को मार गिराया गया। क्षेत्र में लड़ाई ने वहां परमाणु ऊर्जा संयंत्र को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रॉसी मंगलवार को संयंत्र का निरीक्षण करने पहुंचे, लेकिन उन्होंने तत्काल कोई सार्वजनिक आकलन नहीं दिया।