रायबरेली। खेलते खेलते दरवाजा लॉक हो जाने से दो मासूम कार के अंदर बंद हो गए। भीषण गर्मी में दम घुटने से एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। इस हृदय विदारक घटना से सनसनी फैल गई। बच्चों के घरों में मातम पसर गया।
कजियाना निवासी चांदनी की शादी कुछ वर्षों पूर्व अमेठी के जायस निवासी चांद के साथ हुई थी। चांदनी इन दिनों गर्मी की छुट्टियां मनाने अपने चार वर्षीय पुत्र अब्दुल्ला को लेकर मायके आई थी। परिजनों का कहना है कि सोमवार को चांदनी के भाई राशिद का छह वर्षीय पुत्र कौनेन और अब्दुल्ला साथ में खेल रहे थे। खेलते-खेलते दोनों मासूम घर के पीछे खड़ी राशिद की सफारी कार में जाकर बैठ गए और कार का गेट बंद कर लिया।
काफी देर तक जब दोनों बच्चे नहीं दिखे तो परिवार के लोगों ने उनकी खोजबीन शुरू की। खोज करते-करते जब परिवारजन घर के पीछे गए तो देखा कार के अंदर की लाइट जल रही थी। इस पर परिजनों ने गाड़ी का गेट खोला तो अंदर का मंजर देख उनके होश उड़ गए।
अस्पताल ले जाते समय कौनेन की मौत
बताया कि अंदर बैठे अब्दुल्ला की मौत हो चुकी थी, जबकि कौनेन पसीने से तर बतर था व उसकी सांसें चल रहीं थीं। आनन-फानन परिवारजन उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां से कौनेन को जिला अस्पताल रेफर किया गया। बाद में यहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। लखनऊ ले जाते समय उसकी रास्ते में मौत हो गई। दो-दो मासूमों की मौत के बाद परिवारजन समेत पूरे क्षेत्र के लोग शोक में हैं।
भीषण गर्मी ने ली अधेड़ की जान
भीषण गर्मी जानलेवा बनती जा रही है। बाहर ही नहीं घर पर भी लोग गर्मी के चलते गंभीर अवस्था में पहुंच रहे हैं। दिन का तापमान कई वर्षो का रिकार्ड तोड़ रहा है। मंगलवार को पारा 47 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। नवाबगंज कोतवाली क्षेत्र के परियावां निवासी मोहनलाल अपनी बेटी संगीता निवासी बहेरिया चौदह मिल के घर आए थे। बेटी संगीता ने बताया कि गर्मी के कारण पिता बेहोश हो गये, जिनको एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डलमऊ पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।