24 जून को हुई बारिश के बीच बिजली गिरने से जवां के गांव अहक में एक पशुपालक की दो भैंसें मर गईं। वहीं बारिश से मौसम सुहाना हो गया। धान की पौधों को बारिश से फायदा हुआ, वहीं किसानों ने सूखने के लिए मक्का के दाने खलिहानों में फैलाए थे वह पानी में भीग गए। इससे उनकी चिंता बढ़ गई है।
गांव अहक निवासी रमेश चंद्र पुत्र तेज सिंह के अनुसार 24 जून को उन्होंने चारा खिलाने के बाद अपनी दो भैंसों को पेड़ के नीचे बांध दिया था। अपराह्न करीब तीन बजे बारिश के बीच उनकी भैंसों के ऊपर बिजली गिरी जिससे दोनों भैंसों की मौत हो गई। उन्होंने राजस्व विभाग को सूचना दी लेकिन शाम तक कोई नहीं पहुंचा।
विजयगढ़ में बारिश शुरू होते ही छतों पर बच्चे और महिलाएं बारिश के पानी से नहाने पहुंच गए। करीब आधा घंटा तक हुई बारिश में भीगने का महिलाओं-बच्चों ने आनंद उठाया।
अतरौली संवाददाता के अनुसार थ्रेसिंग से निकलवाने के बाद किसानों ने मक्का के दानों को सूखने के लिए खलिहानों में फैला रखा था। मक्का के दानों की नमी सूखने में कम से कम तीन दिन का समय लगता है। सोमवार को हुई अचानक बारिश से मक्का के दाने भीग गए। वहीं किसान धुरेंद्र सिंह, विश्वेंद्र सिंह का कहना कि धान की रोपाई के लिए यह बारिश बहुत उपयोगी है। भीषण गर्मी के कारण धान की रोपाई करने में दिक्कत आ रही थी।