- औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा, हमारी सरकार ने एक्सपोर्टर्स का भरोसा और विश्वास जीता है
नोएडा। इंडिया एक्सपो मार्ट ग्रेटर नोएडा में चल रहे इंटरनेशनल ट्रेड शो के तीसरे दिन फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गनाइजेशन्स (फियो) द्वारा आयोजित वैश्विक बाजार में भारतीय निर्यातकों के लिए संभावित चुनौतियां और रणनीतियां विषय पर आयोजित ज्ञान सत्र में उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। ज्ञान सत्र में देश के साथ ही उत्तर प्रदेश के निर्यात को बढ़ाते हुए लक्ष्य हासिल करने में आ रही विभिन्न समस्याओं और चुनौतियों के साथ ही रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा हुई।
मंत्री नन्दी ने कहा कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो जहाँ एक ओर उत्तर प्रदेश के उत्पादों को ग्लोबल पहचान और पहुँच उपलब्ध करा रहा है। वहीं प्रतिभागियों और स्टेक होल्डर्स के बीच विचार विनिमय व विमर्श का एक सशक्त मंच बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा एवं प्रदेश के कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डालर इकोनामी बनने के लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में निर्यात क्षेत्र का विशेष योगदान है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि किसी भी देश एवं प्रदेश की अर्थव्यवस्था की मजबूती में निर्यात की बेहद महत्वपूर्ण व अग्रणी भूमिका होती है। उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य है। यहाँ प्राकृतिक और भौगोलिक समृद्धि भी है। यही कारण है कि उद्योगों के लिए पर्याप्त मात्रा में रॉ मैटेरियल, मानव संसाधन, खपत के लिए बड़ा बाजार उपलब्ध है।
उत्तर प्रदेश में एयरपोर्ट, रेलवेज, हाइवेज, वाटरवेज, और एक्सप्रेसवेज के अभूतपूर्व विकास से निर्यात की सम्भावनाओं में व्यापक वृद्धि हुई है। ट्रांसपोर्टेशन सस्ता, सुलभ एवं व्यापक हुआ है। यही कारण है कि पिछले पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश के निर्यात में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है। यह उपलब्धि अत्यन्त उत्साहजनक एवं ऐतिहासिक है। हमारी सरकार ने वर्ष 2030 तक 3 लाख करोड़ का निर्यात लक्ष्य रखा है। इस अपेक्षित लक्ष्य को प्राप्त करने और प्रदेश के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हमारी सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
मंत्री नन्दी ने कहा कि हमारी सरकार ने एक प्रभावशाली एवं समग्र विकास को सुनिश्चित करने वाली सर्वश्रेष्ठ निर्यात नीति बनाई है। साथ ही अलग-अलग सेक्टोरल नीति भी लागू की है। स्टेकहोल्डर्स से निरन्तर संवाद, समन्वय और उनसे किए गए वादों को पूरा करना हमारी विशेष प्राथमिकता है। यही कारण है कि हमने एक्सपोर्टर्स का भरोसा और विश्वास जीता है।
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन इस दिशा में बेहद महत्वपूर्ण कदम है। छोटे उद्यमियों को उनके उत्पादों की पहुंच ग्लोबल मार्केट तक कराए जाने में यह ट्रेड शो बेहद महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। यह बायर्स-सेलर्स मेगा शो है।
पिछले ट्रेड शो में 2000 से अधिक एग्जीबीटर्स शामिल हुए और 1000 करोड़ से अधिक की बिजनेस डील निष्पादित हुई। इस बार इस ट्रेड शो में 2500 एग्जीबिटर्स को शामिल किया गया है। विभिन्न देशों से आए ओवरसीज बायर्स और प्रदेश के सेलर्स के बीच बी2बी मीटिंग आयोजित कराई जा रही हैं।
उत्तर प्रदेश एक्सपोर्ट हब बनकर उभरा है और देश का पाँचवा प्रमुख निर्यातक राज्य है। प्रधानमंत्री के रिफार्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के सिद्धांत पर चलते हुए नए भारत का नया उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास की नई ऊँचाइयों को छू रहा है। हम प्रदेश के तीन लाख करोड़ के निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर तेजी से अग्रसर है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव एमएसएमई आलोक कुमार, संयुक्त सचिव एमएसएमई अतीश सिंह, सचिव एमएसएमई प्रांजल यादव, ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव के संस्थापक अजय श्रीवास्तव, अमित कुमार प्रमुख उत्तरी क्षेत्र ईसीजीसी लिमिटेड, महानिदेशक एवं सीईओ फियो डॉ. अजय सहाय, केपीएमजी के पार्टनर और लीड विवेक अग्रवाल, ज्वाइंट कमिश्नर एक्सपोर्ट प्रमोशन पवन अग्रवाल आदि गणमान्य जन उपस्थित रहे।