आज चम्पाई सोरेन सरकार का विश्वास मत पर मतदान, करेंगे बहुमत साबित, साथ ही झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन ने दिया चौकाने वाला बयान…

रांची। झारखंड में चम्पाई सोरेन सरकार पर सोमवार को विश्वास मत पर मतदान होगा। सबसे पहले राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का अभिभाषण होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन बहुमत साबित करने के लिए विश्वास प्रस्ताव लाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी विश्वास मत में वोट करेंगे। ईडी कोर्ट ने उन्हें पहले ही इसकी अनुमति प्रदान कर दी है। मतदान को लेकर कांग्रेस और झामुमो ने अपनी पार्टी के विधायकों के लिए अलग-अलग व्हिप जारी किया है।

विधानसभा में बहुमत के लिए कुल 41 का समर्थन चाहिए
झारखंड के 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए कुल 41 का समर्थन चाहिए। चम्पाई के समर्थन में कुल 49 विधायक है जिसमें से 43 के हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा गया है। सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के मुख्य सचेतक नलिन सोरेन ने पार्टी की ओर से विधायकों को व्हिप जारी करते हुए विधानसभा में उपस्थित होने को कहा है।

विश्वास मत प्रस्ताव पर सारे विधायक पक्ष में मतदान करेंगे। उधर, कांग्रेस की ओर से भी पार्टी विधायकों को व्हिप जारी किया गया है। मतदान के दौरान सारे विधायकों को पक्ष में वो¨टग करने का निर्देश दिया गया है। उल्लेखनीय है कि व्हिप का उल्लंघन करने पर पार्टी विधायकों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई कर सकती है।

सोमवार को सभी विधायक एक साथ विधानसभा पहुंचेंगे
उधर, विश्वास मत पर वोट देने के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक रविवार रात में ही विशेष विमान से हैदराबाद से रांची पहुंच गए। चम्पाई के शपथ ग्रहण के बाद दो फरवरी को कांग्रेस और झामुमो के इन विधायकों को हैदराबाद भेज दिया गया था, ताकि राजनीतिक जोड़-तोड़ की गुंजाइश नहीं बचे। रांची वापस आने पर सभी को स्टेट गेस्ट हाउस में ठहराया गया, जहां से सोमवार को सभी एक साथ विधानसभा पहुंचेंगे।

विधायकों के वापस लौटने पर चम्पाई सरकार के संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि हमारे सभी विधायक एकजुट हैं और सरकार सोमवार को बहुमत साबित करेगी। पिछले कुछ दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे और हेमंत सोरेन के विरोध में बयान दे रहे झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने भी सरकार को समर्थन देने की घोषणा की।

दूसरी ओर, भाजपा सदन में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर मुखर रहेगी। भाजपा बहुमत परीक्षण के दौरान सदन से बहिष्कार कर सकती है। पांच सितंबर 2022 को भी तत्कालीन हेमंत सोरेन द्वारा बहुमत साबित किए जाने के क्रम में भाजपा ने सदन का बहिष्कार किया था।

मेरे बेटे को भाजपा और ईडी ने फंसाया
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष शिबू सोरेन पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से काफी दुखी हैं। उनका कहना है कि मेरे बेटे को साजिश के तहत भाजपा और ईडी ने फंसाया। झामुमो के स्थापना दिवस के मौके पर उन्होंने एक लिखित संदेश जारी किया है। संदेश में लिखा है कि वह बीमार रहते हैं।

इस कारण डाक्टर उन्हें जनता के बीच उपस्थित रहने व दौड़-भाग करने की इजाजत नहीं दे रहे हैं। मेरा बेटा सभी की सेवा किया करता था। उसे बड़ी साजिश के तहत झूठे केस में फंसाकर जेल में डाल दिया गया। आदिवासी जब भी लड़ता है तो उसके साथ मारपीट की जाती है और जेल भेज दिया जाता है।

भाजपा के नेता बाहरी हैं
आगे बोले कि अगले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराना है। भाजपा के नेता बाहरी हैं। वे हमारा जंगल, हमारी जमीन और हमारी नौकरियां लूटते हैं। हेमंत और बंसत लोगों के अधिकार के लिए जीवन भर लड़ेंगे। अतं में लिखा है कि हमारा भरोसा कोर्ट पर है। भाजपा के लोग जितना केस करेंगे, हम लोग लड़ेंगे और जीतेंगे।

गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई आज
ईडी की कार्रवाई को चुनौती देने वाली हेमंत की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद उन्होंने झारखंड हाई कोर्ट में अपनी गिरफ्तारी और रिमांड को चुनौती दी है।

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