चलती बाइक पर हाईटेंशन तार गिरने से तीन लोगों की मौत के बाद तीन अधि‍कारी सस्‍पेंड

लखीमपुर। बिजली विभाग के अफसरों की लापरवाही ने तीन लोगों की जान ले ली और दो लोग अस्पताल में मौत से लड़ रहे हैं। सोमवार को अपनी शादी के कार्ड बांटने निकले युवक को क्या पता था कि नाकारा अफसरों ने रास्ते में उसकी मौत का इंतजाम कर रखा है। चलती बाइक पर हाईटेंशन तार गिरने से तीन जानें चली गईं। घटना में मृत युवक की तीन जुलाई को शादी होनी थी, उसके साथ उसकी बहन और भांजे की भी मौत हो गई, जबकि मां और भांजी घायल हैं।

मुख्य अभियंता विवेक अस्थाना की प्राथमिक जांच के बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने अधिशासी अभियंता-गोला राज नारायण, एसडीओ सब डिवीजन फर्स्ट विनीत कुमार और जेई गोला टाउन अमृत लाल को निलंबित कर दिया है।

पीलीभीत के रहने वाले बबलू अपनी शादी के कार्ड बांटने लखीमपुर आए थे। वापसी में अपनी बहन मंजू, भांजे अनमोल और भांजी खुशी को मां बिदिया के साथ बाइक पर बैठाकर घर वापस जा रहे थे। तभी खुटार-मोहम्मदी हाईवे से मिलने वाली नहर पटरी पर ग्राम हेमपुर के पास ऊपर से निकली हाईटेंशन विद्युत लाइन का तार टूटकर उनके ऊपर गिर गया। बबलू, बहन मंजू और भांजे अनमोल की मौके पर ही जलकर मौत हो गई, वहीं मां और भांजी गंभीर रूप से झुलस गईं। घटनास्थल पर जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह, पुलिस कप्तान गणेश प्रसाद साहा तथा फायर ब्रिगेड के प्रभारी मौजूद रहे, मगर बिजली अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे थे।

खुलकर नीचे आ गया था तार
घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दुख जताने के बाद लखनऊ मंडल के मुख्य अभियंता विवेक अस्थाना खीरी पहुंचे और निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट तैयार की। मंगलवार को मुख्य अभियंता ने डीएम से मिलकर रिपोर्ट की जानकारी दी। मुख्य अभियंता ने बताया कि पोल पर इंसुलेटर एक हाईटेंशन तार से बांधा गया था, जो खुलकर नीचे आ गया था। जमीन से तार की ऊंचाई महज एक फीट तक रह गई थी। इस दौरान बाइक पर सवार लोग निकले जो तार की चपेट में आ गए। मुख्य अभियंता ने स्पष्ट किया कि आठ जून को आई आंधी के बाद क्रास आर्म टेढ़ा हो गया था। अधिकारियों को लाइनों का सर्वे कराना चाहिए था, लेकिन नहीं कराया।

ऊर्जा मंत्री बोले, अन्य कर्मियों पर भी होगी कार्रवाई
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि बाइक सवार तीन लोगों की मृत्यु के मामले में अधिशासी अभियंता, एसडीओ व जेई को निलंबित कर दिया है। अन्य दोषियों के विरुद्ध जांच के बाद कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को 50-50 हजार रुपये की मदद दी जा रही है।

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