नई दिल्ली। वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एन के सिंह ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2047 तक भारत के ‘विकसित भारत’ या विकसित राष्ट्र बनने की विश्वसनीयता और आत्मविश्वास को बढ़ाता है। सीतारमण ने गुरुवार को अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 47.66 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया।
बजट पेश होने के बाद न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में सिंह ने कहा कि देश की विकास दर सात फीसदी की दर से बढ़ रही है। सिंह 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष थे। भारत एकमात्र ऐसा देश है जो कोविड-19 महामारी के बाद लगातार चौथे साल 7 प्रतिशत से अधिक की दर से विकास करने की ओर अग्रसर है।
‘यह बजट भारत को ‘विकसित भारत’ बनाने वाला’
सिंह ने कहा, “मैं वास्तव में सोचता हूं कि यह बजट भारत की ‘विकसित भारत’ बनने की विश्वसनीयता और आत्मविश्वास को बढ़ाता है, जिसे प्रधानमंत्री ने कहा है और वित्त मंत्री ने दो बार दोहराया है।”
उन्होंने कहा, “यह भरोसे की जिम्मेदारी और आत्मविश्वास से भरा बजट है। जो वादा किया गया था उसे पूरा करने के मामले में भरोसा है।”
‘राजकोषीय सुदृढ़ीकरण का रास्ता गहरा’
पूर्व नौकरशाह ने आगे कहा कि पहले 2023-24 के लिए राजकोषीय घाटे का अनुमान सकल घरेलू उत्पाद का 5.9 प्रतिशत था, लेकिन अब यह 5.8 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि राजकोषीय सुदृढ़ीकरण का रास्ता गहरा किया गया है। अगले वित्तीय वर्ष के लिए नाममात्र जीडीपी वृद्धि दर पहले के 11 प्रतिशत के अनुमान के मुकाबले 10.5 प्रतिशत आंकी गई है।