नई दिल्ली। एक महिला अपने जीवन में कई पड़ावों से गुजरती है। मेनोपॉज (Menopause) इन्हीं में से एक है, जो आमतौर पर 45 से 55 वर्ष की उम्र के बीच महिलाओं में होता है। यह पीरियड साइकिल और प्रजनन क्षमता के अंत का प्रतीक होता है, क्योंकि मेनोपॉज के बाद ओवरीज अंडे बनाना बंद कर देती हैं। इस दौरान महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसकी वजह से हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव होता है, जो हॉट फ्लैशेज, मूड स्विंग्स और नींद की कमी की वजह बनते हैं।
अनिद्रा यानी इनसोम्निया (insomnia) इस दौरान महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है, जिसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। हार्मोन्स में बदलाव की वजह से एस्ट्रोजन के स्तर में कमी हो जाती है, जो आपके स्लीप पैटर्न को खराब कर सकती है। इसके अलावा रात में पसीना आना, चिंता औक मूड स्विंग्स भी इनसोम्निया का कारण बन सकते हैं।
ऐसे में करें इनसोम्निया का इलाज
मेनोपॉज के दौरान होने वाली अनिद्रा की समस्या से बचने का कोई इलाज नहीं है। ऐसे में आप अपने खानपान में सही बदलाव कर खुद को इस समस्या से बचा सकते हैं। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट इस समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकती है। इसी क्रम में हाल ही में न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर मेनोपॉज के दौरान होने वाली इनसोम्निया का समस्या से राहत पाने के लिए कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताया, जिन्हें डाइट में शामिल करना आपके लिए लाभकारी होगा।
सोया प्रोडक्ट्स
सोया प्रोडक्ट्स में आइसोफ्लेवोन्स पाए जाते हैं, जो हॉट फ्लैशेज समेत मेनोपॉज के अन्य लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
विटामिन ई रिच फूड्स
मेनोपॉज के दौरान रात मे पसीना आना और हॉट फ्लैशेज एक आम समस्या है, जो अनिद्रा का कारण बनता है। ऐसे में आप अपनी डाइट में विटामिन ई को शामिल कर इससे निजात पा सकते हैं। विटामिन ई के लिए आप अपनी बादाम, नारियल, अलसी, पिस्ता, सूरजमुखी के बीज का सेवन कर सकते हैं।
मैग्नीशियम युक्त आहार
मैग्नीशियम आपके शरीर की सर्कैडियन रिथम, जिसे बॉडी की नेचुरल क्लॉक के रूप में जाना जाता है, को रेगुलेट करता है और मांसपेशियों के आराम देता है, जिससे बेहतर नींद को बढ़ावा मिलता है। ऐसे में आप डाइट में अदरक, बादाम, काजू और तिल जैसे फूड्स शामिल कर सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा-3 एक स्वस्थ फैटी एसिड है, जो आपके मूड और नींद से जुड़ी समस्याओं को कम करने मदद कर सकता है। मछली, बाजरा, जौ, मक्का और रागी में ओमेगा-3 फैटी एसिड आसानी से पाया जाता है।
इन बातों का भी रखें ध्यान
सोते समय कैफीन और अल्कोहल आदि से परहेज करना चाहिए। साथ ही एक तय स्पील शेड्यूल बनाएं, नींद के अनुकूल वातावरण बनाना और आराम की अन्य तकनीकों की मदद से मेनोपॉज के दौरान नींद में सुधार करने में मदद मिल सकती है।