यूपी के गाजियाबाद की सड़कों पर रोजाना हादसे होते रहते हैं, लेकिन शहर के सिहानी गेट थाना क्षेत्र में संतोष हॉस्पिटल के पास एक ऐसा हादसा हुआ जो दिल के बीमारी के लिए एक सबक के समान है.सिहानी गेट थाना क्षेत्र में सड़क पर एक दुखद हादसा सामने आया, जिसमें 52 वर्षीय कर चालक की हार्ट अटैक से मौत हो गई.
शालीमार एक्सटेंशन फर्स्ट के निवासी योगेश कुमार अपनी कार लेकर जब सिहानी गेट थाने के सामने स्थित फ्लाईओवर पर कर को लेकर जा रहे थे तभी उन्हें कर चलते समय अचानक हार्ट अटैक आ गया.
रेलिंग से टकराकर रुक गई कार
हार्ट अटैक पड़ने के कारण योगेश चलती कार में बेहोश हो गए और उनकी कर बेकाबू हो गई. बेहोश होने के बाद उनकी कार एक बाइक सवार राहुल नाम के शख्स को टक्कर मारती है और फिर फ्लावर की रेलिंग से जाकर टकराकर रुक गई.
लंबे समय से थे ब्लड प्रेशर के मरीज
हादसा देख लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई और योगेश को कार से बाहर निकला. इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और मौके से योगेश को तत्काल पास के अस्पताल लेकर गई जहां पर डॉक्टरों ने योगेश को मृत घोषित कर दिया.मिली जानकारी के मुताबिक योगेश कुमार का लेबर सप्लाई का काम था और वह लंबे समय से ब्लड प्रेशर के मरीज थे, जिसके कारण वह नियमित रूप से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने की दवा भी लेते थे.इसके साथ ही वह समय-समय पर डॉक्टरों की सलाह भी लिया करते थे.
परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल
घटना काफी दुखद है जिसके बाद योगेश के परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है.एक हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर ने बताया जो भी हार्ट के मरीज होते हैं उन्हें सर्दियों में दवाई समय से लेनी चाहिए क्योंकि सर्दी में हार्ट अटैक के मामले ज्यादा सामने आते हैं और इसके कारण अचानक ही लोग मौत के मुंह में समा जाते हैं. ऐसे में हार्ट पेशेंट को गाड़ी का हीटर ज्यादा तेज नहीं चलना चाहिए, बहुत बार हीटर के कारण भी गाड़ी के अंदर दम घुटने जैसी स्थिति बनती है और फिर जो लोग गंभीर बीमारी से ग्रसित होते हैं उसके कारण मौत तक हो सकती हैं.
हार्ट अटैक आने से हुई मौत
हादसे के बाद पुलिस समय से योगेश को अस्पताल भी ले गई,लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही योगेश की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. पुलिस ने योगेश के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी साफ हो गया है कि योगेश कुमार की मौत हार्ट अटैक आने से हुई थी.