सीतापुर- विकास खंड बेहटा में हो रहे घोटालो में बीडीओ की भी स्थिति संदेहास्पद है, मानक विहीन कार्यो से लेकर बिना कार्य के कराये भुगतान कराये जा रहे है, बीडीओ की लापरवाही व मिलीभगत के चलते मांनकविहीन कार्य करा कर सरकारी धन का बंदरबाँट किया जा रहा है, ग्राम पंचायत सुमेर में राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय जुवांपुर में मनरेगा से 20 लाख लागत की दीवार बनाई गई थी यह कार्य इसी वर्ष 2 माह पहले ही पूर्ण करा कराके भुगतान भी कर दिया, कार्य पूरे हुए मात्र चार माह ही बीते थे कि दीवार भरभरा कर गिर गयी, गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी बच्चे की जान नही गयी, जिम्मेदारो ने अपनी जेबे भरने के लिए बच्चो के जीवन को दांव पर लगाकर मानकविहीन कार्य कराया और अंततः दीवार गिर गयी, इस पूरे मामले में बीडीओ सभी दोषियों को बचाते नज़र आये उन्होंने बताया था कि कार्यवाही की जा रही व रिकवरी कराई जाएगी लेकिन विभागीय सूत्रो ने बताया कि बीडीओ की भी इसमें मिलीभगत है इसी लिए अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई है।
जब इस सम्बंध में तकनीकी सहायक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुझे दीवार के बारे में कुछ नही पता है, क्योकि यह काम संजीव टी ए के समय हुआ था, हां इतना ज़रूर पता है कि भुगतान पूरा हो गया और अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है।
जांच रिपोर्ट आ गयी है, दो दिन में तकनीकी सहायक संजीव व सचिव पर कार्यवाही की जाएगी, स्पष्टीकरण का नोटिस दिया गया है जवाब नही आया है।
खण्ड विकास अधिकारी बेहटा