कभी भी हो सकती है ईओ के विरूद्ध कार्रवाई
बलिया। नगर पंचायत के ईओ पर गाज गिरना तय है। कारण कि5 विगत एक साल से तीन सदस्यीय मजिस्ट्रेट टीम की जांच अब खत्म हो गई है। जांच में ईओ नगर पंचायत चितबड़ागांव को घोटाले का दोषी पाया गया है। जांच कमेटी की रिपोर्ट में घोटाले को परत दर परत खोला गया है। जिसका खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि जिलाधिकारी बलिया के उस पत्र से हुआ है, जो पत्र जिलाधिकारी ने ईओ के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करने के लिए विशेष सचिव उप्र शासन नगर विकास अनुभाग चार को लिखा है। अब मामला शासन के हाथ में है, कार्रवाई की तलवार कभी चल सकती है।
बीते 20 नवंबर 2023 पत्रांक संख्या 772 के माध्यम से जिलाधिकारी बलिया ने विशेष सचिव उप्र शासन नगर विकास अनुभाग चार को भेजे गए पत्र में जिक्र किया है कि नगर पंचायत चितबड़ागांव के सभासद शिवमंगल सहित अन्य 11 सभासदों ने अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत चितबड़ागांव पर नियम विरूद्ध निविदा कर अपने चहेते ठेकेदार को कार्य देने का आरोप लगाया गया था। साथ ही टेंडर में घोटाले का गंभीर आरोप लगाया गया था। जिलाधिकारी के पत्र में उल्लेख है कि शिकायती आरोप वाले प्रार्थना पत्र की जांच अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, नगर मजिस्ट्रेट एवं वित्त लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा बलिया से कराई गई। जिलाधिकारी ने शासन को अवगत कराया है कि जांच समिति द्वारा जांच में कंबल क्रय करने में अनियमितता एवं क्रय किए गए कंबल का अब तक वितरण नहीं किया गया। डस्टबीन के क्रय में रूपया 22 लाख 11 हजार 500 रूपए का अनियमित रूप से भुगतान किया गया है। हैंडपंप अधिष्ठापन में 10 लाख 17 हजार 315 रूपए का गलत उपयोग किया गया है। माध्यमिक विद्यालय चितबड़ागांव का सौंदर्यीकरण का कार्य संतोष जनक न होने एवं मानक के अनुरूप न कराए जाना पाया गया है। जिसमें रूपए 18 लाख 59 हजार 460 रूपए भुगतान कर दिया गया है। इसी प्रकार कब्रिस्तान के बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य अधिक दिखाकर ईओ ने अनुचित लाभ प्राप्त करने की मंशा से अपने चहेरे फर्म को कार्यादेश निर्गत कर कार्य का भुगतान सक्षम अधिकारी से कराए बिना ही भुगतान किए जाने की अनियमितता पाई गई है। जिलाधिकारी ने शिकायतकर्ताओं के शिकायती प्रार्थना पत्र एवं जांच कमेटी की जांच आख्या संलग्न कर इस आशय के साथ शासन को प्रेषित किया है कि अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत चितबड़ागांव के विरूद्ध कार्रवाई की जाए।