महोली सीतापुर । मनरेगा में फर्जी हाजिरी का सिलसिला बढ़ता जा रहा है, सरकार की मंशा पर जिम्मेदारो द्वारा पानी फेरने का कार्य किया जा रहा है, ऑनलाइन हाजिरी और जमीनी हकीकत में जमीन आसमान का फर्क नजर आ रहा है, जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते सरकार की महत्वपूर्ण योजन मनरेगा बलि चढ़ाई नजर आ रही है, और जिम्मेदार सब कुछ जानते हुए अनजान बने हुए। बताते चले की जनपद के विकास खंड महोली और मछरेहटा में जमकर फर्जी हाजिरी लगाकर घोटाला किया जा था है, ऑनलाइन अपलोड डाटा कुछ ओर है और जमीनी हकीकत कुछ ओर ही बंया करती है, विकास खंड महोली की ग्राम पंचायत नरनी में द्वारिका के खेत से सुदर्शन मास्टर के खेत तक सर्वऋतु संपर्क मार्ग के कार्य में 9 मास्टर रोल पर लगभग 60 श्रमिको की हाजिरी लगाई गई और ऑनलाइन डाटा अपलोड डाटा में रोजगार सेवक के द्वारा गालमेल किया गया है जब आनलाइन डाटा देखा गया तो उसमे सभी अपलोड मास्टर रोल में एक ही व्यक्ति की फोटो अपलोड की गई जिससे यह प्रतीत होता है की रोजगार सेवक और तकनीकी सहायक ने मिलकर किस प्रकार घालमेल किया गया है। जब इस संबंध में रोजगार सेवक से बात की जानी चाही तो पता चला कि रोजगार सेवक का कार्य रोजगार सेवक खुद नहीं करती है बल्कि उनके पति करते है, उनके पति ने बताया की पूर्व में कई दिन हाजिरी नहीं लग पाई थी श्रमिको के द्वारा कार्य किया गया था तो उसी को पूरा करने के लिए ऐसा करना पड़ा है, और तकनीकी सहायक ने बताया की मैं मौके पर गया था कार्य सब सही तरीके से किया जा रहा है किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नही है, ऑनलाइन अपलोड डाटा के बारे में बताया की वो चेक नहीं किया है चेक करके देखता हु।
वही दूसरी और महोली विकास खंड की ग्राम पंचायत नेकपूर में पदुम के खेत से मुरली के खेत तक चकमार्ग पटाई व खुदाई कार्य में 7 मास्टर रोल पर लगभग 62 श्रमिको की हाजिरी लगाई गई है और अपलोड किए गए डाटा में सभी फोटो में एक ही फोटो अपलोड की गई जिससे यह प्रतीत होती है और अपलोड डाटा में साफ तौर से देखा जा सकता है की 5 से 7 श्रमिक ही कार्य कर रहे है, फोटो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है जिम्मेदार किस प्रकार से फर्जी हाजिरी लगाकर घोटाले को अंजाम दे रहे है।
विकास खंड मछरेहटा की ग्राम पंचायत पैंदापुर में चल रहे नरेगा कार्य भाऊपुर विद्यालय के पास के पास आउटफाल ड्रेन खुदाई कार्य में 17 मास्टर रोल पर 166 श्रमिको की उपस्थिति दर्ज की गई, लेकिन जब मौके पर देखा गया तो एक भी श्रमिक कार्य करता हुआ नहीं पाया गया, मौके पर मौजूद एक ग्रामीण ने बताया ने की सफाई लगभग 2 महीने पहले हुई थी, तब से कोई काम नही किया गया है, उसने यह भी बताया की ड्रेन की सफाई ठेके पर कराई गई थी जिसमे लगभग 18 से 20 श्रमिक ही करते है। दो महीने पहले हो चुके कार्य पर आखिर कब किसके संरक्षण में फर्जी हाजिरी अपलोड की जा रही है।
विकास खंड की एक और ग्राम पंचायत गौरिया में चल रहे शीतला देवी अमृत सरोवर निर्माण कार्य में 8 मास्टर रोल पर 59 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई लेकिन मौके पर मात्र 28 श्रमिक ही कार्य करते हुए पाए गए उसमे से भी किसान संगठन के 21 श्रमिक और रोजगार सेवक के 7 श्रमिक ही कार्य करते पाए गए, जब इस संबंध में रोजगार सेवक से बात की गई तो उन्होंने ने बताया की हाजिरी 59 की लगी है लेकिन कार्य 28 श्रमिक ही कर रहे है, क्योंकि इस काम पर माननीय जी का दबाव है जिस कारण से हमारी मजबूरी है क्योंकि जो लोग कार्य करने नही आते है माननीय जी के खास है इसलिए मुझे हाजिरी दर्ज करनी पड़ती है।