नई दिल्लीं। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने दावा किया है कि यह ड्रोन हमला ईरान से किया गया था। पहले यह माना जा रहा था कि यह हमला हूती विद्रोहियों ने किया है क्योंकि हाल के समय में अरब सागर और हिंद महासागर में कई जहाजों को हूती विद्रोहियों ने निशाना बनाया है, लेकिन अब अमेरिका ने दावा किया है कि शनिवार को जो हमला हुआ था, वह ईरान से हुआ था।
भारतीय नौसेना ने दी टैंकर को सुरक्षा
बता दें कि तेल टैंकर पर हमला शनिवार सुबह करीब 10 बजे हुआ। टैंकर पर सवार चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं, जिनमें करीब 20 भारतीय भी शामिल हैं। ड्रोन हमले से टैंकर पर आग लग गई थी लेकिन इसे बुझा दिया गया और ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। जिस वक्त टैंकर पर हमला हुआ, वह भारत की तटीय सीमा से करीब 200 नॉटिकल माइल्स की दूरी पर था। हमले की सूचना मिलते ही भारतीय नौसेना ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और एक एयरक्राफ्ट टैंकर की सुरक्षा के लिए रवाना किया। साथ ही भारतीय तटरक्षक बलों के जहाज आईसीजीएस को भी टैंकर की सुरक्षा के लिए रवाना किया गया।
इस्राइल से संबंधित है जहाज
पेंटागन ने बताया कि एमवी केम प्लूटो जहाज लाइबेरियाई झंडे के तले संचालित हो रहा था लेकिन इसकी मालिक एक जापानी कंपनी है। एक मेरीटाइम सिक्योरिटी फर्म का दावा है कि जिस जहाज पर हमला हुआ, वह इस्राइल से संबंद्ध था और सऊदी अरब से भारत आ रहा था। दरअसल जो कंपनी जहाज का संचालन कर रही है, वह इस्राइल के शिपिंग टाइकून इदान ओफेर से संबंधित है। बता दें कि बीते महीने भी इस्राइल से ही संबंधित एक जहाज पर हमला हुआ था।