नई दिल्ली। सोमवार 4 नवंबर से नया कारोबारी हफ्ता शुरू हो रहा है। एक्सपर्ट के मुताबिक आगामी हफ्ते बाजार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के रेपो रेट की घोषणा, राज्य चुनावों के नतीजे, वैश्विक रुझान और विदेशी निवेशकों की व्यापारिक गतिविधि से प्रभावित होगा।
पीटीआई को स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहा,
वैश्विक बाजार इस समय शानदार मूड में हैं। अमेरिका में 10 साल की बॉन्ड यील्ड और डॉलर इंडेक्स भी ठंडा पड़ रहा है, जिससे बाजार को मजबूती मिल रही है। इन कारकों पर बारीकी से नजर रखी जाएगी, क्योंकि उनमें बाजार की धारणा को प्रभावित करने की क्षमता है
चुनावी परिणाम बाजार को कर सकता है प्रभावित
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से चार राज्यों के नतीजे आज यानी रविवार 3 नवंबर को आने वाले हैं। इसके अलावा एक अन्य राज्य का परिणाम 4 नवंबर को आएगा। प्रवेश गौड़ ने कहा,
एक स्थिर राजनीतिक माहौल निवेशकों का विश्वास बढ़ा सकता है और बाजार को ऊंचा उठा सकता है। घरेलू और वैश्विक व्यापक आर्थिक आंकड़े, वैश्विक शेयर बाजारों के रुझान, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और कच्चा तेल भी रुझान तय करेंगे।
आगामी हफ्ते होगी बड़ी घोषणाएं
आगामी कारोबारी हफ्ते व्यापक आर्थिक डेटा के मोर्चे पर, सर्विस सेक्टर के लिए पीएमआई (परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) डेटा की घोषणा मंगलवार को की जाएगी। इसके अलावा आरबीआई के ब्याज दर फैसले की घोषणा शुक्रवार को होनी है।
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा,
इस सप्ताह आने वाली घटनाएं बाजार को प्रभावित करेंगी जैसे कि भारत, अमेरिका और यूके जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के लिए एसएंडपी सेवाएं पीएमआई डेटा, अमेरिका के प्रारंभिक बेरोजगार दावे, रोजगार दर, गैर-कृषि पेरोल और भारत के ब्याज दर निर्णय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा,
इस सप्ताह, निवेशकों का ध्यान ज्यादातर अमेरिका, भारत और चीन से जारी होने वाले सेवा पीएमआई डेटा पर केंद्रित रहेगा। इसके अलावा, आरबीआई नीति बैठक। नवंबर में एफआईआई की क्रमिक वापसी सकारात्मक गति जारी रहने का संकेत देती है