आईआईटी दिल्ली ने DRDO के साथ मिलकर गुरुवार को दुनिया की सबसे हल्की बुलेट प्रूफ जैकेट की टेक्नोलॉजी तीन इंडस्ट्रीज को ट्रांसफर की गई है. साथ ही कड़ाके की ठंड और भीषण गर्मी के कपड़ों के लिए तीन इंडस्ट्रीज के साथ मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (एमओए) पर साइन हुआ. इसके अलावा बुलेट प्रूफ जैकेट के रॉ मैटीरियल के लिए भी एमओए पर साइन किया गया.
दरअसल डीआईए-सीओई आईआईटी दिल्ली ने स्वदेशी पॉलिमरिक बैलिस्टिक सामग्री के विकास के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ एमओए पर हस्ताक्षर किए गए. आईआईटी दिल्ली में डीआरडीओ इंडस्ट्री एकेडेमिया सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस (डीआईए-सीओई) ने तीन भारतीय इंडस्ट्रीज को हल्के बुलेटप्रूफ जैकेट एबीएचईडी की तकनीक को सफलतापूर्वक हस्तांतरित किया है.
सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा में सुधार
यह कदम स्वदेशी डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाने और सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा में सुधार करने के भारत के चल रहे प्रयासों का हिस्सा है. शिक्षा और उद्योग के बीच साझेदारी को मजबूत करते हुए आईआईटी दिल्ली में डीआईए-सीओई ने स्वदेशी पॉलीमेरिक बैलिस्टिक सामग्री के विकास के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ एक एमओए पर भी हस्ताक्षर किए हैं.
देश के प्रमुख डिफेंस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन
जानकारी के अनुसार, रक्षा बलों को स्वदेशी एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस करना जो घरेलू रिसर्च पर निर्भर हैं, डीआईए-सीओई, आईआईटी दिल्ली का सबसे महत्वपूर्ण विचार रहा है. इस उद्देश्य के साथ देश के प्रमुख डिफेंस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन, डीआरडीओ की करीबी निगरानी में पांच टेक्नोलॉजी वर्टिकल के तहत लगभग 50 रिसर्च प्रोजेक्ट्स शुरू किए गए.
सोल्जर जैकेट का डिजाइन
आईआईटी दिल्ली के अलग-अलग फैकल्टी की अगुवाई में और कई डीआरडीओ लेबोरेटरीज के एक्टिव कोऑर्डिनेशन के साथ, डीआईए-सीओई ‘फील्ड में सैनिकों’ के लिए कुछ स्पेसिफिक टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है. इनमें हाई परफॉर्मेंस और लाइट वेट के बॉडी आर्मर, हाई परफॉर्मेंस वाले एयरोस्टेट और एयरशिप, स्मार्ट सोल्जर जैकेट, टेराहर्ट्ज टेक्नीक, फायर फाइटर के अत्यधिक ताप से बचाव जैकेट और ठंडे मौसम के लिए सोल्जर जैकेट का डिजाइन और स्वदेशीकरण शामिल हैं.
डिफेंस सिक्योरिटी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर
देश की डिफेंस सिक्योरिटी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के राष्ट्र के सपने को साकार करने के लिए आईआईटी दिल्ली में लगभग 100 फैकल्टी मेंबर, 200 रिसर्च स्कॉलर और कर्मचारी अथक परिश्रम से शामिल थे. समझौतों पर 19 दिसंबर 2024 को आईआईटी दिल्ली में आईएनएई के वार्षिक सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए गए, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उद्घाटन सत्र में भाग लिया. त्रिपक्षीय समझौते का आदान-प्रदान डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत, प्रोफेसर रंगन बनर्जी (निदेशक आईआईटी दिल्ली) के बीच हुआ.
इस समझौते पर प्रोफेसर नरेश भटनागर डीन (आरएंडडी), एफटीएम डायरेक्टर डॉ. एन रंजना, डॉ. एमएच रहमान, डायरेक्टर डीआईए-सीओई, आईआईटी दिल्ली और डीआरडीओ और आईआईटी दिल्ली के अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए. प्रो. नरेश भटनागर और उनकी टीम ने एबीएचईडी बुलेट रेसिस्टेंट जैकेट, जो दुनिया में अपनी तरह का सबसे हल्का बीपीजे है, उसको विकसित किया है. इसके अलावा केंद्र ने कई अन्य महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी को भी विकसित किया है.