मलिहाबाद,लखनऊ। बीते वर्ष भी भीषण गर्मी पड़ी थी लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इसका ज्यादा असर लोगों पर नहीं पड़ा था। लेकिन इस वर्ष सूरज की किरणे ग्रामीण क्षेत्रों में भी आग उगल रही है जिससे ग्रामीण क्षेत्र के भी लोग भीषण गर्मी का सामना करने में बेबस नजर आ रहे हैं। इस भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग एसी, कूलर, पंखा खरीद कर बचने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन यह इलेक्ट्रॉनिक चीजे भी उन्हें इस भीषण गर्मी से निजात नहीं दिला पा रही हैं।
इंसान इस भीषण गर्मी से बचने के लिए कूलर, पंखा, एसी जैसी मशीनरी जींचो को खरीद रहे हैं लेकिन फिर भी उन्हें गर्मी से निजात नहीं मिल रही है। ग्रामीण क्षेत्र में इससे पूर्व इतनी भीषण गर्मी का सामना लोगों को कभी नही करना पड़ता था लेकिन इस बार ग्रामीण क्षेत्र में भी सूरज की किरणे आग उगल रही हैं। इसका मुख्य कारण पेड़ों की कमी होना, कम बारिश होना है। क्षेत्र भर में नहरे तो हैं लेकिन उसमें पानी कभी कभार ही आता है जिसके कारण तालाब सूखे पड़े हैं। कुंवो का अस्तित्व भी खत्म हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्र के बुजुर्ग बताते हैं की वर्तमान समय में लोग इलेक्ट्रानिक सामान ज्यादा खरीद रहे हैं और पेड़ लगाने पर कम ध्यान दे रहे हैं इस लिए लोग इस भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। उनका कहना है की पहले लोग पेड़ लगाते थे इसलिए गर्मी इतनी लोगों पर प्रभावशाली नहीं हो पाती थी। अगर इसी तरह से चलता रहा तो आने वाले समय में यह गर्मी इससे भी विकराल रूप धारण करेगी जो इंसानों के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर देगी।
बेजुबान पशु पक्षी भी है इस भीषण गर्मी से परेशान
इंसान तो किसी न किसी तरह से इस भीषण गर्मी से सामना करने के लिए एसी, कूलर, पंखा जैसी चीजों को खरीद कर बचने का प्रयत्न कर रहे हैं लेकिन बेजुबान पशु पक्षी इस भीषण गर्मी से कैसे बचे। बेजुबान पशु पक्षियों को ना तो तालाबों में पानी मिल रहा है और ना ही नहरो में जिसके कारण पशु पक्षियों की जिंदगी के लिए आग उगलती यह भीषण गर्मी उनके लिए मुसीबत बनी हुई है।
हरियाली उजड़ने से बढ़ी गर्मी
इस भीषण गर्मी का सामना हरियाली उजड़ने के कारण लोगों को झेलना पड़ रहा है। आय दिन पेड़ कटना पेड़ों की कमी के कारण गर्मी का तापमान बढ़ता ही चला जा रहा है जो आने वाले समय में बेहद ही खतरनाक साबित होगा। लोग पेड़ लगाने की ओर कम ध्यान दे रहे हैं वही जो पेड़ है भी उन्हें बेचकर कटवा देते हैं। कहीं ना कहीं इसी मुख्य कारण की वजह से आज ग्रामीण क्षेत्रों में भी भीषण गर्मी ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया है जिसके चलते लोगों को इस गर्मी से तमाम समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
गर्मी से बचने के लिए पेड़ लगाना बेहद जरूरी
हर वर्ष सरकार द्वारा करोड़ों पौधे लगवाए जाते हैं लेकिन वह पौधे सिर्फ फोटो खिंचवाने तक ही नजर आते हैं। उसके बाद देख रेख के अभाव में वह पौधे नहीं दिखाई पड़ते हैं। अगर इस भीषण गर्मी से बचना है तो लोगों को पेड़ों को लगाने के साथ-साथ उनकी देखरेख कर उन्हें तैयार करना भी बेहद जरूरी होगा ताकि आग उगलती इस तरह की भीषण गर्मी से निजात मिल सके।