एनजीओ द्वारा लगाए गए चिकित्सा शिविर में पहुंचे सरकारी डॉक्टर, बना चर्चा का विषय

नानपारा बहराइच। बृहस्पतिवार को विधानसभा क्षेत्र बलहा एमएमयू यूपी 70 एलटी 1605 द हंस फाउंडेशन टीम के द्वारा निबिया शाह मोहम्मदपुर गांव में दिन में 11:00 से शाम लगभग 5:00 शाम तक स्वास्थ्य शिविर लगाया गया l जिसमे लगभग 300 की संख्या में स्त्री ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया। उक्त शिविर में एमबीबीएस डा0 मीनाक्षी सीएचसी नानपारा की उपस्थिति तथा उनके द्वारा वहाँ पर आये मरीजों को चिकित्सीय परीक्षण व सलाह देते हुये प्राइवेट पर्चो पर दवाइयां लिखना जो चर्चा का विषय बना रहा। वहीं उक्त शिवर में संस्था की ओर से एमबीबीएस डा0 आयुषी वर्मा, सहयोगी मेनका गुप्ता, डाo अभय कैराती, फार्मासिस्ट है शिवम तिवारी, स्टाफ नर्स अंजली वर्मा, लैब टेक्नीशियन हेमन्त प्रताप भास्कर, चालक नसीम अहमद सहित संस्था द हँस फाउंडेशन के पदाधिकारी उपस्थित रहे। प्रश्न यह है कि यदि सरकारी डॉक्टर के द्वारा प्राइवेट एनजीओ में इलाज करने का कार्य किया जा रहा है तो फिर सरकारी अस्पताल नानपारा में नदारद होना साधारण सी बात है। महिला मरीजों के साथ आये दिन दुर्व्यवहार एवं धन उगाही के मामले सीएचसी नानपारा से आते रहते हैं और चिकित्सक के नदारद होने की चर्चा आयदिन बनी रहती है जिससे मरीज मजबूर होकर प्राइवेट अस्पताल की तरफ रुख करते हैं और यदि मरीज या उनके परिजन शिकायत दर्ज भी करवाते हैं तो सिर्फ कार्यवाही के नाम पर खाना पूर्ति करके मामले को निपटारा कर दिया जाता है।

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