कन्हैयालाल के बेटों यश और तरुण ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में पहली बार किया मतदान

राजस्थान विधानसभा चुनाव में उदयपुर का बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड बड़ा सियासी मुद्दा बनकर उभरा. बीजेपी ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर इसे लेकर खूब जुबानी हमले किए और तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया. उदयपुर में आज कन्हैयालाल टेलर के दोनों पुत्र यश और तरुण भी पहली बार मतदान करने पहुंचे. उन्होंने गोवर्धन विलास सरकारी स्कूल में बने पोलिंग बूथ पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. कन्हैयालाल के बड़े बेटे यश पोलिंग बूथ पर नंगे पांव पहुंचे. उनके बाल बढ़े हुए थे और माथे पर तिलक था.

छोटे भाई तरुण ने भी तिलक लगा रखा था. बता दें कि यश ने शपथ ली है कि जब तक उनके पिता के हत्यारों को सजा नहीं मिल जाती, वह नंगे पांव रहेंगे और अपने बाल नहीं कटवाएंगे. उन्होंने कहा कि मैंने और मेरे भाई ने पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. इस बार के विधानसभा चुनाव में मेरे पिता की जघन्य हत्या को सियासी मुद्दा बनाया गया. हमें आज भी न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं. यश ने कहा कि मैंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. हम चाहते हैं कि राजस्थान में जो सरकार बने वह हमारे पिता को न्याय दिलाए.

राजनीतिक दल आरोपियों को सजा दिलाने में मदद करते तो अच्छा होता
उन्होंने कहा कि डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी आरोपियों को सजा नहीं मिली है. हमें भरोसा दिलाया गया था कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी. यश ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान हमने देखा कि राजनीतिक पार्टियों ने इस मुद्दे को उठाया. अगर राजनीतिक दल इस हत्याकांड में शामिल आरोपियों को सजा दिलाने में हमारी मदद करते तो ज्यादा अच्छा होता. कन्हैयालाल टेलर के बड़े बेटे यश ने कहा कि हमारा एक-एक दिन कैसे कटता है, सिर्फ हम लोग ही जानते हैं. हमारा परिवार आज भी आरोपियों को फांसी की सजा की आस में बैठा है.

उदयपुर में 28 जून 2022 को कन्हैयालाल की बेरहमी से की गई थी हत्या
राजस्थान के उदयपुर में 28 जून 2022 को रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद नाम के दो कट्टरपंथियों ने दर्जी कन्हैयालाल की उनकी दुकान में घुसकर बेरहमी से हत्या कर दी थी. उन्होंने धारदार हथियार से कन्हैयालाल का गला रेत दिया था. उन्होंने तब बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के समर्थन में वॉट्सऐप स्टेटस लगाया था, जिसके लिए रियाज और गौस ने उनकी हत्या कर दी थी. नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान प्रोफेट मुहम्मद पर टिप्पणी की थी, जिसको लेकर उन पर एक विशेष समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा और उन्हें कट्टरपंथियों की तरफ से धमकियां मिलीं. बाद में यह मुद्दा अरब देशों तक पहुंच गया और भाजपा ने नूपुर को उनकी टिप्पणियों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था.

BJP ने राजस्थान की जनता से की कन्हैयालाल को याद रखने की अपील
इस बीच मतदान वाले दिन बीजेपी ने राजस्थान की जनता से वोट देते समय कन्हैयालाल को ध्यान में रखने की अपील की. पार्टी के आईटी सेल हेड अमित मालविया ने X पर किए एक पोस्ट में लिखा, ‘राजस्थान में आपका वोट कन्हैयालाल को इंसाफ दिलाने के लिए होना चाहिए.’ भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने X पोस्ट में लिखा, ‘आज जब आप वोट करें तो कन्हैयालाल के बारे में सोचें. यदि आप राजस्थान में आईएसआईएस शैली में और अधिक क्रूर हत्याएं नहीं चाहते हैं तो उन लोगों को वोट कतई न दें जिन्होंने कन्हैयालाल की हत्या की अनुमति दी थी. मेरी मतदाताओं से अपील है, आज कांग्रेस मुक्त राजस्थान बनाने का अवसर है. राजस्थान के गुनहगारों को वोट के माध्यम से सजा देने का अवसर है. राजस्थान को कट्टरपंथी, बलात्कारी, पेपर लीक माफिया, महंगाई, दंगाई, बेरोजगारी से मुक्ति दिलाने का अवसर है.’

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