कौशल किशोर समेत कई विभूतियां हुई सम्मानित, याद किए गए शहीद शंकर दयाल बाजपेई
बाराबंकी। आज देश का हर नागरिक अथवा देश सुरक्षित है तो इसका प्रमुख श्रेय भारतीय जवानों को है। जान की बाजी लगाकर देश की सरहदों की सुरक्षा करने वाले हर जवान हर जगह सम्मान होना चाहिए। शहीद दिवस जैसे आयोजन ऐसी प्रेरणा देते हैं। उक्त बात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी सदर आर जगत साईं ने अपने संबोधन में कही। मुख्य आयुक्त खाद्य शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि केवल एक दिन श्रद्धांजलि देने से काम नहीं चलेगा,बल्कि अमर शहीद बाजपेई की खूबियों को भी अपने जीवन में उतारना होगा। कार्यक्रम के संयोजक पूर्व सभासद व व्यापारी नेता रोहिताश्व दीक्षित ने अपने उद्बोधन में अमर शहीद स्व शंकर दयाल बाजपेई के जीवन परिचय से लेकर उनके सेवाकाल तथा 10 दिसम्बर 1987को शहीद दिवस तक का ब्योरा विस्तार से बताया। पूर्व विधायक शिवकरन सिंह की अध्यक्षता व हुमायूं नईम खां के संचालन में हुए इस शहीद दिवस मैथ के विशेषज्ञ रहे यू.सी चतुर्वेदी,अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष कौशल किशोर त्रिपाठी एडवोकेट, डी.जी.सी सिविल राम लखन शुक्ला, डा पंकज जायसवाल, राजेश तिवारी, सुमंत चतुर्वेदी, रत्नेश गौतम, गजाली नोमानी, प्रमिला श्रीवास्तव, शाहीन अख्तर, रितेश सिंह नंदन एडवोकेट को अंग वस्त्र, प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। छात्र छात्राओं में अंशिका अग्रवाल, अंश अग्रवाल, कीर्ति मौर्या, अरभ्या दीक्षित, दीपांशी, निधि, आलोक, शौर्य मिश्रा, विवेक कश्यप, ऋषभ चौधरी, देवांश जैन को भी संयोजक द्वारा सम्मानित किया गया। श्रद्धांजलि सभा में जिला बार एसो के पूर्व अध्यक्ष बृजेश दीक्षित, सुरेंद्र प्रताप सिंह बब्बन, सर्वेश बाजपेई, देवी प्रसाद बाजपेई, विनय बाजपेई, रवि बाजपेई, संजय वर्मा, अंकुर जैन, सरफराज वारसी, नितिन श्रीवास्तव, अनिल शुक्ला, रवि रंजन श्रीवास्तव, अरुण त्रिपाठी, निशात अहमद एडवोकेट सहित तमाम लोग मौजूद रहे।