प्रत्येक ब्लाक के 02 आश्रय स्थलों के लिए मांगा गया प्रस्ताव
बहराइच 15 फरवरी। जिले में संचालित गोआश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों के भरण-पोषण हेतु उपलब्ध करायी गई धनराशि के उपभोग, आश्रय स्थलों की तिथिवार निरीक्षण आख्या, मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालन एवं सहभागिता योजना एवं गोवंशों की ईयर टैगिंग इत्यादि, वृहद गोआश्रय स्थलों के निर्माण के प्रगति की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक विकास खण्ड में आवश्यकता के अनुरूप 02-02 अस्थायी गोआश्रय स्थलों में क्रिटिकल गैप योजना से सोलर पैनल स्थापना के लिए प्रस्ताव उपलब्ध कराया जाय।
डीएम ने यह भी सुझाव दिया कि यूपी नेडा विभाग से समन्वय कर आश्रय स्थलों में चारा कटिंग मशीन के संचालन, प्रकाश तथा पेयजल की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त क्षमता वाले अच्छी क्वालिटी के सोलर पैनल का प्रस्ताव भिजवाना सुनिश्चित करें। जिले में संचालित गोआश्रय स्थलों के भ्रमण एवं निरीक्षण आख्या की समीक्षा के दौरान डीएम मोनिका रानी ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि एम सप्ताह के अन्दर समस्त गोआश्रय स्थलों का निरीक्षण कर आख्या उपलब्ध कराएं। भरण-पोषण धनराशि के उपभोग की समीक्षा के दौरान डीएम ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनपद के समस्त गोआश्रय स्थलों में प्रातःकाल चरी-चारा-भूसा खिलाने के कार्य की वीडियोग्राफी कराकर उसे अभिलेखीय साक्ष्य के रूप में संरक्षित रखा जाय।