मसौली, बाराबंकी। जहांगीराबाद के अवध चिल्ड्रन एकेडमी के छज्जा गिरने के बाद निजी विद्यालयों के मानकों की जांच प्रारंभ हुई तो कई विद्यालय ऐसे मिले, जिनके मानक भी नही पूर्ण थे।लेकिन विद्यालय प्रबंधकों द्वारा कक्षाओं का संचालन किया जा रहा था।जब जिलाधिकारी डॉ सतेन्द्र कुमार द्वारा गठित जिला स्तरीय टीम ने खण्ड शिक्षा अधिकारी मसौली के नेतृत्व में जांच कर मानक विहीन विद्यालयों पर कार्यवाही कर बिना मान्यता के विद्यालयों को सीज कर नोटिस देकर जवाब मांगा तो विद्यालय प्रबंधकों ने विद्यालय संचालन का तरीका ही बदल दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी में जिसमें एसबीएस स्मारक विद्यालय नैनामऊ के प्रबन्धक ने विद्यालय का नाम सरदार भगत सिंह स्मारक विद्यालय नैनामऊ के नाम से संस्था का संचालन करने लगे।अपनी ऊंची पहुंच के बल पर सीज विद्यालय डेस्टिनेशन पब्लिक स्कूल ज्योरी पुनः संचलित होने लगा।साथ वह विद्यालय जो अपनी इंग्लिश मीडियम की मान्यता को लेकर बड़े बड़े दावे करते थे जांच में वह भी हिंदी मीडियम के ही निकलें जिन पर कार्यवाही जारी है। वहीं आइडियल मांटेसरी हाईस्कूल मसौली विद्यालय में अभी भी कैम्पस में लटकते बिजली के तार देखे जा सकते,जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।उक्त के सम्बंध में खण्ड शिक्षा अधिकारी मसौली फिजा मिर्जा ने कहा कि स्कूलों की जांच कर कार्यवाही की जाएगी।