बाराबंकी। वीणा सुधाकर ओझा महाविद्यालय ज्यौरी मसौली बाराबंकी अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा चयनित ग्राम - कोटवा मजरे अमदहा में चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ रैली निकालकर ग्रामीणों को लैंगिक असमानता के प्रति जागरूक किया गया। जनसंपर्क के दौरान चयनित घरों में जाकर स्वयंसेविकाओं ने बालिका शिक्षा, बालिका कल्याणकारी योजनाओं, लैंगिक भेदभाव, और महिला सशक्तिकरण के बारे में बताया गया।
शनिवार को महाविद्यालय प्राचार्य डॉ० बलराम वर्मा के निर्देशन में चल रहे एनएसएस विशेष शिविर में स्वयंसेवकों द्वारा विश्व के प्रत्येक देश में महिलाओं की शैक्षणिक सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति तथा लिंगानुपात में परस्पर भिन्नता की जानकारी देने के लिए गोष्ठी का आयोजन किया गया | गोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रदीप सारंग सदस्य नमामि गंगे जिला गंगा समिति ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया। मुख्य अतिथि का स्वागत महाविद्यालय के शैक्षिक समन्वयक डॉ० दिनेश सिंह ने किया मुख्य अतिथि श्री प्रदीप सारंग ने कहा की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से पूरे जीवन काल में शिशु लिंग अनुपात में कमी को रोकने में मदद मिल रही है और महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान होता है। इस अवसर पर डॉ० बलराम वर्मा प्राचार्य वीणा सुधाकर ओझा महाविद्यालय ने कहा कि हर लड़की को शिक्षा का समान अधिकार और शिक्षा के लिए उसको प्रेरित करना चाहिए शिक्षा बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए एक बुनियादी पहलू है। योगाचार्य जनमेजय पार्थ ने योगाभ्यास कराया। रजत बहादुर वर्मा ने स्वानुशासन पर बात की। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ रामसुरेश वर्मा, डॉ० रुचि सिंह, विष्णु मिश्रा, संतोष कुमार, जितेंद्र यादव, नीरज वर्मा, प्रदीप कुमार, राकेश कुमार, चंद्रेश, अर्चना यादव, मंजूलता शर्मा, सुष्मिता शुक्ला आदि उपस्थित रहे |