सीतापुर। जनपद में विकास कार्यों के नाम पर जमकर घोटाले किए जा रहे है। जिम्मेदारो की लापरवाही के चलते ,सरकारी धन के बंदरबाट के लिए नए नए तरीकों के साथ साथ ,शासनादेश की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है, । बताते चलें कि विकास खंड मछरेहटा में सोलर स्ट्रीट लाईट की स्थापना में करोड़ों रूपये खर्च किए गए। लगवाई गई सोलर स्ट्रीट लाईटो की स्थापना का कार्य प्राइवेट फर्म से कराया ,जबकि 2017 में सरकार ने ग्राम पंचायतों निधि और क्षेत्र पंचायत निधि के साथ साथ सभी को एक आदेश जारी किया था, जिसके अंतर्गत कोई भी अपनी निधि से प्राइवेट फर्मों से सोलर स्ट्रीट लाइटों की स्थापना नहीं करा पायेगा, सरकार के द्वारा बनाई गई एजेंसी नेडा से ही सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना कराई जाएगी|
इस आदेश में सरकार की मंशा भी यही थी कि सोलर स्ट्रीट लाइटों में होने वाले घोटाले पर पाबंदी लगाई जा सकी, लेकिन विकास खंड मछरेहटा में क्षेत्र पंचायत की निधि से नेडा से स्ट्रीट लाइट न लगवा कर, सैकड़ों की संख्या में प्राइवेट फर्म से से सोलर स्ट्रीट लाइटों की स्थापना का कार्य कराया गया, कराए गए कार्य में जमकर जिम्मेदारों के द्वारा मानकविहीन कार्य करा कर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया, कराए गए कार्य में सोलर स्ट्रीट लाइट की सामग्री के साथ साथ स्थापना के कार्य में भी जमकर मानकों की धज्जियां उड़ाई गई। नेडा के द्वारा स्थापित कराई जाने वाली लाइटों के मैटेरियल और मछरेहटा क्षेत्र पंचायत से स्थापित कराई गई लाइटों के मैटेरियल में भी जमीन आसमान का फर्क है, क्षेत्र पंचायत से लगाई गई सोलर स्ट्रीट लाइट के स्थापना के कार्य में खानापूर्ति मात्र कर दी जिससे की सभी को सभी लाइट हवा में हिल रही है और दुर्घटना को दावत दे रही है व कभी कभी किसी के ऊपर गिरकर किसी को भी जान माल का नुकसान कर सकती है।