राजस्थान के जैसलमेर की रामदेवरा कस्बे के प्रसिद्ध लोक देवता बाबा रामदेव की समाधि को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है धमकी भरा पत्र पोकरण रेलवे स्टेशन की टिकट खिड़की पर मिलने से हड़कंप मच गया पुलिस ने लेटर कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है पत्र में दावा किया गया है कि समाधि पर चढ़ाए जाने वाले घोड़े में बम रखकर उड़ा दिया जाएगा पुलिस ने समाधि स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है
पुलिस समाधि स्थल पर चढ़ाए जाने वाले घोड़ों की जांच की जा रही है पूरे प्रदेश की सुरक्षा एजेंसी अलर्ट पर आ गई है इनदिनों लोक देवता बाबा रामदेव का मेला चल रहा है जिसमें लाखों श्रद्धालु बाबा के समाधि पर दर्शन करने के लिए आ रहे हैं धमकी भरा पत्र मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है इलाके के सीसीटीवी कैमरे चेक किए जा रहे है
हेड कांस्टेबल को मिला धमकी भरा पत्र
धमकी भरा पत्र मंगलवार को पोकरण रेलवे स्टेशन के एक जीआरपी के हेड कांस्टेबल को मिला पत्र की जानकारी हेड कांस्टेबल ने अपने आलाधिकारी और पुलिस प्रशासन को दी यह पत्र एक पेपर पर नीले रंग की स्याही वाले बॉल पेन से लिखा हुआ था पत्र में बाबा रामदेव को चढ़ाए जाने वाले घोड़े के अंदर बम छुपाने की बात लिखी है पुलिस ने बताया कि समाधि स्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है
एटीएस और डॉग स्क्वायड की टीम ने मौके पर जांच की है वहां चढ़ाए जाने वाले कपड़े के घोड़ों की भी जांच की जा रही है स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है सुरक्षा एजेंसी हाई अलर्ट पर आ गई हैं परिसर और आसपास के क्षेत्र में कड़े सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं सभी श्रद्धालुओं को तलाशी लेकर ही अंदर भेजा जा रहा है
मंदिर को खाली कर कराई जांच
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पत्र मिलते ही पहले मंदिर को एक बार खाली करवा कर इसे पूरी तरह जांचा गया मंदिर में चढ़ाए गए घोड़े को भी अब बाहर निकाला गया है साथ ही एटीएस और बम निरोधक दस्ते को भी रामदेवरा बुलाया गया सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर पत्र रखने वाले का पता लगाया जा रहा है मंदिर के भी सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है दरअसल, लोक देवता बाबा रामदेव को श्रद्धालु झंडा और कपड़े से बने घोड़े दूर-दूर से लाकर चढ़ाते हैं यह घोड़े साइज में 5 से 10 फीट या कई बार उससे भी ज्यादा साइज के होते हैं
कृष्ण का कलयुग अवतार, VVIP भी करने आते हैं दर्शन
जैसलमेर के कस्बा रामदेवरा में बाबा रामदेव का समाधि स्थल है इन्हें भगवान कृष्ण का कलयुग अवतार भी माना जाता है हिंदू समाज में बाबा रामदेव तो मुस्लिम समाज में रामसा पीर के नाम से इनको पूजा जाता है हर वर्ष उनके अवतरण तिथि भद्र माह के शुक्ल पक्ष द्वितीय को रामदेवरा मेला भरा जाता है यह मेला एक माह तक चलता है, जिसमें लाखों जातरू पैदल बाबा के दर्शन करने के लिए उनके गीतों पर डीजे पर नाचते गाते दूर-दूर से यहां आते हैं इन पैदल दर्शनार्थियों की सेवा के लिए भामाशाहों द्वारा पूरे रास्ते में खाने पीने और रहने की व्यवस्थाएं निशुल्क होती है