जल्दबाज़ी पड़ जाती भारी, धैर्य ही जीवन है…

पश्चिम बंगाल। ट्रैन में चढ़ने की जल्दी में फिसली महिला, पुलिस कांस्टेबल ने बचायी जान। एक रेलवे कांस्टेबल की क्विक एक्शन ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा में एक महिला की जान बचा ली, जो बुधवार सुबह ट्रेन में चढ़ने की कोशिश के दौरान फिसल कर गिर गई थी। यह घटना हावड़ा स्टेशन ओल्ड कॉम्प्लेक्स स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।

जानकारी के अनुसार सुबह 10.50 बजे, 40 साल फातिमा खातून और उनके रिश्तेदार को हावड़ा-तारकेश्वर लोकल पर चढ़ने के लिए दौड़ रहे थे क्योंकि ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 4 से छूटने लगी थी। दोनों दौड़े और ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की।

फातिमा कुछ देर के लिए ट्रेन के दरवाजे से लटकी रही। ट्रेन के अंदर जाने की जल्दी में उसके रिश्तेदार ने उसे ट्रेन के दरवाजे के अंदर धक्का दे दिया। अचानक धक्का लगने से उसका संतुलन बिगड़ गया और वो फिसलकर प्लेटफॉर्म पर गिर गई। जैसे ही ट्रेन की स्पीड बढ़ती है, वो ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच फंस जाती है, जबकि उसका रिश्तेदार उसे ट्रेन के नीचे जाने से खींचने की कोशिश करता है।

यह देखकर पास में तैनात रेलवे हेड कांस्टेबल एलके बाउरी दोनों की ओर दौड़े और तुरंत उसे बाहर खींचने लगे। कुछ ही सेकंड में पुलिसकर्मी उसका हाथ पकड़कर उसे तेज रफ्तार ट्रेन से दूर खींच लेता है, जिससे उसकी जान बच जाती है। सीसीटीवी फुटेज में प्लेटफॉर्म पर कई यात्री फातिमा को बचाने की कोशिश कर रहे। कई पुलिसकर्मी की मदद के लिए दौड़ते हुए भी दिखे।

पूर्वी रेलवे ने पुलिसकर्मी के क्विक एक्शन की सराहना की। एक बयान में कहा गया, “पूर्वी रेलवे के ऑन-ड्यूटी आरपीएफ हेड कांस्टेबल, आरपीएफ/पोस्ट/हावड़ा नॉर्थ के एल.के. बाउरी के चमत्कारी त्वरित कार्य से महिला यात्री की जान उस समय खींचकर बचाई गई, जब वह प्लेटफ़ॉर्म और चलती ट्रेन के बीच पटरी पर गिरने वाली थी।”

पूर्वी रेलवे ने पुलिसकर्मी के क्विक एक्शन की सराहना की। एक बयान में कहा गया, “पूर्वी रेलवे के ऑन-ड्यूटी आरपीएफ हेड कांस्टेबल, आरपीएफ/पोस्ट/हावड़ा नॉर्थ के एल.के. बाउरी के चमत्कारी त्वरित कार्य से महिला यात्री की जान उस समय खींचकर बचाई गई, जब वह प्लेटफ़ॉर्म और चलती ट्रेन के बीच पटरी पर गिरने वाली थी।”

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