आरजी कर कांड के खिलाफ प्रदर्शनों में भी म‍हिलाओं के साथ बदसलूकी

कोलकाता। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दुष्कर्म और हत्या के मामले में न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर निकले लोगों के बीच भी महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाएं सामने आईं। बुधवार रात शहर और उसके आस-पास कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाएं यौन उत्पीड़न का शिकार हुईं, जिसके बाद पुलिस ने कई आरोपितों को गिरफ्तार भी किया।

बारासात के डाकबंगला मोड़ पर एक महिला और उनकी मित्र पर अश्लील इशारे करने वाले एक व्यक्ति का विरोध करने पर महिला के बेटे को पीटने की घटना सामने आई। पुलिस ने इस मामले में आशीष कर्मकार नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह घटना रात 10 बजे के करीब हुई, जब महिला और उनके बेटे को अश्लील टिप्पणियों का सामना करना पड़ा। विरोध करने पर उनके बेटे को पीटा गया और महिला भी इस दौरान घायल हो गईं।

कोलकाता पुलिस के नेताजी नगर थाना क्षेत्र में भी विरोध मार्च के दौरान एक महिला के साथ अभद्रता किए जाने पर हंगामा हो गया। घटना गड़िया मोड़ के पास हुई, जहां ‘रात जागो’ कार्यक्रम के दौरान एक युवक ने महिला पर अश्लील टिप्पणी की। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने युवक को पकड़ लिया और उसकी पिटाई की। पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद भीड़ ने पुलिस की गाड़ी पर हमला कर दिया और उसे तोड़ दिया।

इसी तरह कस्बा इलाके में एक विरोध मार्च के दौरान एक युवक और उसकी पत्नी के साथ मारपीट और यौन उत्पीड़न की घटना सामने आई। पीड़ित युवक ने बताया कि इलाके के कुछ लोग उन्हें बार-बार धमकी दे रहे थे कि वे विरोध प्रदर्शन में शामिल न हों। बुधवार रात को इलाके के दो युवकों ने उनके घर में घुसकर उनकी पत्नी के साथ मारपीट की और जब युवक घर लौटा तो उसे भी पीटा गया।

पाटुली थाना क्षेत्र में भी एक महिला के साथ अभद्रता की घटना सामने आई है, जिसके बाद पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। हालांकि, आरोपित ने भी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जादवपुर थाना क्षेत्र के 8बी बस स्टैंड के पास भी एक महिला के साथ छेड़खानी की घटना से हड़कंप मच गया। पुलिस के अनुसार, बांसद्रोणी थाना क्षेत्र की एक महिला ने रात 1:30 बजे पुलिस को फोन कर छेड़छाड़ की शिकायत की, जिसके बाद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया।

दूसरी ओर, बारासात के कॉलोनी मोड़ पर बुधवार रात ‘रात दखल’ कार्यक्रम के दौरान हंगामा हुआ। प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने जबरन हटाया और 18 लोगों को गिरफ्तार किया। हालांकि, गुरुवार को बारासात अदालत ने सभी आरोपितों को जमानत दे दी। पुलिस पर महिलाओं और बच्चों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया है। बारासात पुलिस जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्पर्श नीलांगी ने बताया कि लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से सड़क का एक हिस्सा खाली करने का अनुरोध किया, लेकिन जब वे नहीं माने तो पुलिस ने उन्हें हटा दिया।

सोनारपुर के प्रसादपुर इलाके में गुरुवार को स्कूल से लौट रहे छात्रों के साथ कुछ नशे में धुत युवकों द्वारा मारपीट और उत्पीड़न का मामला भी सामने आया है। छात्रों का कहना है कि उन्हें विरोध मार्च में शामिल होने की वजह से निशाना बनाया गया। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।

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