समाजवाद का असली प्रहरी थे जॉर्ज फर्नांडिस: राजनाथ

जयंती पर याद किए गए पूर्व रक्षा मंत्री, दी गई श्रद्धांजलि

बाराबंकी। गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट के तत्वावधान में सोमवार को पूर्व रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडीज की जयंती मनाई। इस मौके पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए लोगों ने उन्हें कमजोरों, मजलूमों और मजदूरों का मसीहा बताया। जॉर्ज फर्नांडिस के साथी रहे समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा ने उन्हें समाजवाद का असली प्रहरी बताया। कहा कि वे मजदूरों के जीवन उत्थान के लिए हमेशा संघर्ष करते रहे। मजदूरों और मजलूमों के लिए सड़क से संसद तक संघर्ष किया। मजदूरों की भलाई के लिए आवश्यक है कि जार्ज फर्नांडीज के विचारों को अपनाते हुए उनके पद चिन्हों चलने की जरूरत है। श्री शर्मा ने कहा कि जॉर्ज फर्नांडिस मंगलुरु में हुए और जब वे रोमन कैथोलिक पादरी बनने का प्रशिक्षण ले रहे थे, तब उनका रुझान ट्रेड यूनियन राजनीति की ओर हुआ। 1967 के संसदीय चुनावों में मुंबई में एक कांग्रेसी दिग्गज पर आश्चर्यजनक जीत के बाद वे प्रसिद्धि में आए। 1974 में उन्होंने देशव्यापी रेलवे हड़ताल का आयोजन किया। इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा 1975 में लगाए गए आपातकाल के दौरान, जॉर्ज फर्नांडिस को सरकारी प्रतिष्ठानों और रेलवे पटरियों को उड़ाने के लिए “बड़ौदा डायनामाइट षड्यंत्र” के नाम से गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने जेल से ही 1977 का चुनाव लड़ा और बिहार के मुजफ्फरपुर निर्वाचन क्षेत्र से भारी मतों से जीत हासिल की। जॉर्ज फर्नांडिस आपातकाल के नायक बन गए। श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों ने जॉर्ज फर्नांडिस की आवाज को हमेशा जिंदा रखने का संकल्प लिया। इस मौके पर प्रमुख रूप से पूर्व विधायक सरवर अली खान, जिला सहकारी विकास समिति के पूर्व निदेशक शिवशंकर शुक्ला, विनय कुमार सिंह, मृत्युंजय शर्मा, सत्यवान वर्मा, अताउर्रहमान सज्जन, साकेत मौर्य, नीरज दूबे, अशोक जायसवाल, जमील उर रहमान, रामू वर्मा, विजय पाल गौतम, विनोद भारती आदि रहे।

Related Articles

Back to top button