•सपा की सरकार आएगी और गोंडा में विश्वविद्यालय बनाएगी~अरशद हुसैन।।
• समाजवादी पार्टी की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा भयभीत~अरशद हुसैन।।
गोंडा (हरि सिंह बादल)। जनपद गोंडा के राजनीतिक गलियारे में उस समय हड़कंप मच गया जब यहां समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अरशद हुसैन के विरुद्ध जनपद के नवाबगंज थाने में एफआईआर दर्ज होने की खबर प्रकाश में आई। चौंकाने वाली बात ये है कि यह एफआईआर 35 दिन बाद दर्ज हुई। इस तरह एफआईआर दर्ज होने पर अनेकों सवाल उठ खड़े हुए हैं।
मामला जनपद के थाना नवाबगंज क्षेत्र में गोरखपुर~लखनऊ राजमार्ग पर स्थित एक होटल में लगभग 35 दिन पूर्व संपन्न हुए समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन से जुड़ा है। इस सम्मेलन में जिलाध्यक्ष अरशद हुसैन ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जो भाषण दिया उस भाषण पर 35 दिन बाद उनके कुछ शब्दों पर आपत्ति दर्ज कराते हुए नवाबगंज निवासी भाजपा कार्यकर्ता अजीत गुप्ता ने नवाबगंज थाने में ही एफआईआर दर्ज कराई। इस पूरे मामले को लेकर दर्ज एफआईआर के विषय में जिले के एसपी अंकित मित्तल से दिनभर अनेकों बार संपर्क कर उनके बयान का प्रयास किया गया हरबार उनके पीआरओ न काल रिसीव कर कोई न कोई बहाना बनाया। किंतु जब दबाव डाला गया तो एसपी मित्तल अपने सीयूजी पर आए और बयान देने की बात कहकर भी उपलब्ध नहीं हुए।
वहीं इस पूरे मामले पर सपा जिलाध्यक्ष अरशद हुसैन ने आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि 35 दिन पूर्व हुए कार्यक्रम में हमारे द्वारा बोले गए बातों पर एफआईआर दर्ज कराना विपक्ष की आवाज दबाने की एक बहुत बड़ी सोची समझी साजिश का नतीजा है। उन्होंने पूरे जनपद में सुगठित तरीके पार्टी को मजबूत करना और ब्लॉक स्तर तक कार्यकर्ताओं को तैयार करने की सक्रिय तैयारी का हवाला देते हुए पहले तो कहा कि पूर्व में जो जिलाध्यक्ष थे वह सोते हुए जिलाध्यक्ष थे। जब हम जिला अध्यक्ष नियुक्त हुए तो उस समय पार्टी में भयंकर गुटबाजी थी। पार्टी कई गुटों में बटी थी। उनके इन बातों से यह तो सामने आया कि पार्टी में ही कुछ गुटबाजी की साजिश चल रही है। हालांकि बाद में उन्होंने सभी के साथ में होने की बात करते हुए कहा कि ना तो हमने प्रधानमंत्री जी ना ही मुख्यमंत्री जी और न ही जनपद के किसी अच्छे बुरे नेता का अपने भाषण में नाम लिया था और ना ही किसी को कोई अपशब्द कहा था। फिर मेरे विरुद्ध एफआइआर दर्ज करना विपक्ष का दमन करने की सत्ता की साजिश है। भाजपा की कार्यशैली पर आरोप लगाते हुए अरशद बोले कि भाजपा जनहित की बात भूल गई, किसान हित की बात भूल गई, छात्रहित की बात भूल गई, नौजवान हित की बात भूल गई, व्यापारियों के हितों की बात भूल गई। अब उनके पास यही बचा है कि वे साजिश करके किसी न किसी तरह विपक्ष का दमन करें। अरशद हुसैन ने पार्टी के शीर्ष नेता स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव और वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दिल और दिमाग में अपनी विश्वसनीयता का दावा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार हर क्षेत्र में विफल है।
सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि हम मिशन २०२४ की तैयारी में इतनी मजबूती से चल रहे हैं कि भाजपा को यह लग रहा है कि हम गोंडा तो हार ही गए हैं कहीं कैसरगंज भी ना हार जाएं। इसी कारण से वह हमारे विरुद्ध साजिश पर साजिश कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के मुद्दे पर अरशद हुसैन ने कहा कि हमारे जनपद के हजारों हजार नौजवान छात्रों ने नग्न होकर के प्रदर्शन किया। विभिन्न प्रकार से उन्होंने संघर्ष किया किंतु भाजपा के सात विधायक, दो सांसद, एक जिला पंचायत अध्यक्ष आदि दर्जनो~दर्जन नेता हैं। किंतु उन्हें जनपद के युवाओं का ना तो कष्ट दिखाई दे रहा है और ना ही उनके संघर्ष का उन पर कोई असर हो रहा है। उन्हें बच्चों का दर्द नहीं दिखाई दे रहा है और ना ही वे बच्चों के संघर्ष के संग चलना चाहते हैं। वह बोले कि भाजपा की सरकार में भाजपा नेताओं की ही नहीं सुनी जाती है तो फिर बेचारे नौनिहाल बच्चों की क्या सुनी जाएगी। आम जनता की आवाज समाजवादी पार्टी की सरकारों में सुनी जाती थी। हम चार-चार बार सत्ता में रहकर सफल सरकार चला चुके हैं। हम जमीनी स्तर के कार्यकर्ता हैं। हम जनता की इच्छाओं और उसकी जरूरतों के अनुसार सरकार चलाएं हैं। समाजवादी पार्टी की सरकार आएगी और गोंडा में विश्वविद्यालय बनाएगी। अंत में सपा अध्यक्ष ने कहा कि हम जितनी तेजी से अपनी पार्टी को जिले में लेकर चल रहे हैं, उसे भाजपा के स्थानीय जो बड़े नेता हैं उन्हें कष्ट है और यह एफ आई आर मेरे तेज चलने पर ब्रेक लगाने के लिए ही दर्ज कराई गई है। जिसमें भाजपा नेताओं का सीधा-सीधा हाथ है।
फिलहाल जिस तरह 2024 लोकसभा चुनाव की राजनीतिक सरगर्मियां तेज हुई हैं इसका असर गोंडा में भी बखूबी दिखाई देना आरंभ हो गया है। इसका सीधा प्रमाण सपा जिलाध्यक्ष के विरुद्ध उनके 35 दिन पूर्व कार्यकर्ताओं के बीच दिए गए बयान पर अब एफ आई आर दर्ज होने की घटना से सिद्ध हो रहा है। फिलहाल जिलाध्यक्ष अरशद हुसैन जनपद के अधिकारियों से इस पूरे विषय पर न्याय हेतु विशेष उम्मीद लगाए हुए हैं। उनका कहना है कि हम इस पूरे मामले में डीएम नेहा शर्मा से मिलेंगे और हमें न्याय मिलेगा। यदि हमें न्याय नहीं मिलेगा तो हम अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिलकर तय करेंगे कि इस पूरे मामले में पार्टी क्या करेगी।। अब देखना यह होगा कि राजनीतिक सरगर्मियों के बीच यह मुद्दा जनपद स्तर पर ही ठंडा हो जाता है या इसकी गर्मी प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचती है।