दरभंगा। दिल्ली मोड़ में दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई उड़ान भरने के बाद अब शहर के पश्चिमी हिस्से एकमी-शोभन बाइपास किनारे दरभंगा एम्स निर्माण का निर्णय भी हो गया है। इससे दरभंगा शहर विकास तेज होने की संभावना बढ़ गई है। विशेषज्ञों के साथ स्थानीय लोग भी इससे विकास को नया आयाम मिलेगा।
होटल से लेकर टूरिज्म इंडस्ट्रीज को बढ़ावा
होटल,टूरिज्म, इंडस्ट्रीज आदि का कारोबार बढ़ेगा और उद्योग-धंधे विहीन जिले की स्थिति स्वास्थ्य एवं रोजगार को लेकर बेहतर हो जाएगी। बता दें कि एयरपोर्ट बनने के बाद से शहर के पूर्वी हिस्से में शहर विस्तार तेजी से हो रहा है। सदर प्रखंड के वासुदेवपुर, अलीनगर,रानीपुर, विशनपुर, आलमगंज, मौलागंज, चकजमाल, भरियाही आदि गांवों की स्थिति में व्यापक बदलाव आ रहा है।
ग्रामिणों को स्थानीय स्तर पर रोजगार का अवसर मिल रहा है। शापिंग कम्पलैक्स,अपार्टमेंट, होटल, दुकानें आदि खुल चुके हैं। विशेष कर होटल एवं वाहन कारोबारियों को लाभ मिल रहा है।अब ऐसे ही बदलाव लहेरियासराय के सैदनगर से एकमीघाट, मुस्ताफापुर,शोभन आदि ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा।
दरभंगा एम्स इस हिस्से में बनने से मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, समस्तीपुर आदि जिले के लोगों को आवागमन में बेहद सहूलियत होगी। साथ दरभंगा के बहादुरपुर एवं हनुमानगर के कई ग्रामीण हिस्सों का कायाकल्प हो जाएगा। इससे शहर का दायरा 15 से 20 किमी तक बढ़ने की उम्मीद लोग जताते हैं।
दरभंगा एयरपोर्ट से 17 किलोमीटर होगी दूरी
एम्स निर्माण स्थल शोभन एकमी बाइपास से दरभंगा एयरपोर्ट तक की दूरी करीब 17 किमी है। लोगों को आने-जाने में परेशानी हो सकती है।
ट्रैफिक की हालत होगी और खराब
सहरसा,सुपौल,मधुबनी आदि जिले के साथ दरभंगा के कुशेश्वरस्थान, अलीनगर, बेनीपुर आदि प्रखंडों के लोगों को एम्स तक पहुंचने के लिए शहर होकर गुजरना पड़ेगा। जिससे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था का लोड बढ़ेगा। बता दें कि शहर में पहले से ही ट्रैफिक जाम की समस्या मौजूद है।
एम्स आवागमन लोड बढ़ने से हालात और बदहाल हो जाएगा। इसके कारण शहर में फोरलेन निर्माण की बात उठने लगी है। बताया जाता है कि इसके लिए वीआईपी रोड फिट बैठ रही है। यह 70 से 80 फीट चौड़ी सड़क है और इसे आसानी से फोरलेन में तब्दील किया जा सकता है। इससे शहरवासियों को जाम की समस्या से भी निजात मिल जाएगा और एम्स पहुंचने में मरीजों को भी कम समय लगेगा। साथ ही दरभंगा व्यवसायिक उड़ान पथ की ओर तेजी से बढ़ेगा।