पंचायत भवन के लिए चल रही थी खुदाई, अचानक रुक गया JCB चालक, फिर जो देखा…आंखों पर नहीं हुआ यकीन

शिमला- पंचायत भवन के निर्माण के लिए खुदाई चल रही थी कई फीट तक जमीन को खोदने के बाद अचानक से जेसीबी ऑपरेटर रुक गया उसने देखा कि जमीन के नीचे से एक कमरा निकला है जब अंदर झांककर देखा तो उसके होश उड़ गए

क्योंकि अंदर एक नर कंकाल मिला है अब मामले में प्रशासन ने खुदाई रोक दी है और जांच का फैसला किया है

दरअसल, हिमाचल प्रदेश के शिमला से करीब 13 किलोमीटर दूर शोघी कस्बे में खुदाई के दौरान एक नर कंकाल मिला बुधवार को यह नरकंकाल मिला है शोघी में नए पंचायत भवन का निर्माण चल रहा है और इसी के लिए खुदाई चल रही थी लेकिन अब काम रोक दिया गया है कंकाल मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. कंकाल मिलने के बाद पुलिस को सूचना दी गई और फिर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर कंकाल कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है

कार्बन डेटिंग से होगी जांच

पुलिस ने बताया कि फोरेंसिक में कार्बन डेटिंग के माध्यम से पता किया जाएगा कि खुदाई के दौरान मिला नर कंकाल कितना पुराना है और यह किसका हो सकता है उधर, पुलिस इसको लेकर स्थानीय लोगों से भी पूछताछ कर रही है माना जा रहा है कि यह किसी साधु-महात्मा का कंकाल है यह नर कंकाल शोघी से करीब 100 मीटर की दूरी पर बन रहे नए पंचायत भवन के निर्माण के लिए चल रहे खुदाई के दौरान जमीन से काफी नीचे मिला है और इसके चारों और पत्थर की दीवार बनी हुई थी पुलिस अब डीएनए की जांच भी करेगी

राज्य संग्राहलय की टीम करेगी शोघी में मिले कंकाल की जांच

शोघी पंचायत में भवन निर्माण के लिए की जा रही जमीन खोदाई के दौरान कंकाल मिलने के बाद डीसी शिमला ने निर्माण कार्यरोकने के आदेश जारी कर दिए है राज्य संग्रहालय की टीम उक्त कंकाल की पुरातत्वीय जांच करेगी डीसी अनुपम कश्यप ने कहा कि शोघी पंचायत के तहत भवन निर्माण कार्य चल रहा है और इस दौरान एक कंकाल मिला है इसकी जांच प्रदेश राज्य संग्रहालय की टीम करेगी राज्य संग्रहालय के संग्रहाध्यक्ष की ओर पत्र प्राप्त हुआ है कि जब तक पुरातत्वीय जांच पूरी नहीं हो पाती है, तब तक उक्त जमीन पर किसी भी प्रकार कार्य न किया जाए, इसी के चलते में उक्त स्थान पर निर्माण कार्य रोकने के आदेश जारी कर दिए गए है

आज मौके पर जाएगी टीम

डीसी ने बताया कि राज्य संग्रहालय की टीम 28 सिंतबर 2024 को मौके पर जाकर पुरातत्वीय जांच करेगी इस जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि उक्त कंकाल की पुरातत्वीय महत्वता कितनी है जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाएगा

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